बूंदीPublished: Mar 29, 2020 06:13:19 pm
पंकज जोशी
आस-पास के जिलों से लोगों का शहर और गांवों में आना थम नहीं रहा। हाइवे पर चलते लोग कहीं मुसीबत और नहीं बढ़ा दें, यह सभी के लिए चिंता का विषय बन गया।
रात-रातभर सडक़ों पर पैदल चल रहे दिहाड़ी मजदूर
रात-रातभर सडक़ों पर पैदल चल रहे दिहाड़ी मजदूर
– लॉकडाउन में बने हाल
– लोगों के दूसरे शहरों में पहुंचने से बढ़ रही चिंता
बूंदी. आस-पास के जिलों से लोगों का शहर और गांवों में आना थम नहीं रहा। हाइवे पर चलते लोग कहीं मुसीबत और नहीं बढ़ा दें, यह सभी के लिए चिंता का विषय बन गया। सैकड़ों की संख्या में लोग सडक़ों पर पैदल रात-रातभर इधर से उधर निकलते रुक नहीं रहे। यह सभी दिहाड़ी मजदूर बताए जो लॉकडाउन के बाद बड़े शहरों में हुई सख्ती के कारण गांवों की ओर लौटने को मजबूर हो गए। इनके साथ बड़ी संख्या में बच्चे भी घरों पर पहुंच रहे।
शनिवार को बूंदी से निकल रहे राष्ट्रीय राजमार्ग-52 पर ऐसे सैकड़ों लोग पैदल जाते दिखे जो सैकड़ों मिल दूर से आ रहे थे। इनकी मदद के लिए पहुंचे लोगों ने भोजन आदि की व्यवस्था कराई। इस दौरान मजदूरों ने कहा भी कि ‘सा’ब भोजन नहीं मिले तो चलेगा, लेकिन घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था करा दो। बच्चों को किसी वाहन में बैठा दो’। लेकिन इस बात पर सभी बेबस दिखे। यहां सामाजिक संगठनों ने इस बात की मांग उठाई कि इन लोगों को लेकर सरकार कोई निर्णय करें। कोई रास्ता निकालें। क्योंकि इनका उन शहरों से पहुंचना जिनमें कोरोना के कई संदिग्ध मिल चुके, ऐसे में यह दूसरे गांवों में पहुंचकर वहां कहीं लोगों को प्रभावित नहीं कर दें। हालांकि कुछस्थानों पर स्क्रीनिंग भी शुरू करा दी।
भीलवाड़ा से कोई प्रवेश नहीं करें
पेच की बावड़ी. भीलवाड़ा से बूंदी में प्रवेश करने वाली सीमा पर पुलिस ने और चौकसी बढ़ा दी। हिण्डोली थानाधिकारी शिवराज गुर्जर ने शनिवार शाम मनोहरगढ़, लुहारी रोड, बासनी चेक पोस्ट का जायजा लिया। यहां तैनात पुलिस कर्मियों को निर्देश दिए कि कोई भी प्रवेश नहीं कर पाए।