बूंदीPublished: Nov 28, 2020 12:10:55 pm
Narendra Agarwal
पंचायत मुख्यालयों पर ही मतदान केन्द्र बनाना व पंचायत मुख्यालयों से गांवों की दूरी अधिक होना चुनाव में मतदान कम होने का कारण बन गया।
गांवों से मतदान केन्द्रों की दूरी बना कम मतदान का कारण
नैनवां. पंचायत मुख्यालयों पर ही मतदान केन्द्र बनाना व पंचायत मुख्यालयों से गांवों की दूरी अधिक होना चुनाव में मतदान कम होने का कारण बन गया। गांवों से मतदान केन्द्रों की दूरी अधिक होने से मतदाता कम संख्या में ही वोट डालने पहुंचे।
विधानसभा व लोकसभा चुनावों में तो मतदान केन्द्रों से गांवों की दूरी का ध्यान रखकर मतदान केन्द्र स्थापित किए जाते हैं। एक पंचायत में ही तीन से चार गांवों में मतदान केन्द्र बनाए जाते हैं। जबकि पंचायत चुनाव में पंचायत मुख्यालय पर ही मतदान केन्द्र बनाए जाते हैं। नैनवां पंचायत समिति में कई गांव तो ऐसे है जिनकी पंचायत मुख्यालयों से दस किमी से अधिक की दूरी है। सुवानिया पंचायत के धानुगांव से पंचायत मुख्यालय दस किमी है। खानपुरा पंचायत के चेनपुरिया गांंव की पंचायत मुख्यालय दस किमी दूर है। तलवास पंचायत में तो बांसी, केमला, कोटड़ी गांवों की दूरी तो पंचायत मुख्यालय से 15 किमी है। पीपल्या पंचायत में भी पंचायत का लुहारपुरा व माणकचौक गांव दस किमी दूर है। कोरोना के भय व सावों की भरमार होना भी मतदान कम होने का कारण बन गया।