जानकारी के अनुसार अलोद कस्बे से होकर वाहनों की आवाजाही नहीं होने के कारण यहां पर सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा मेज नदी के किनारे बायपास का निर्माण करवाया गया था। बायपास निर्माण तो करवा दी, लेकिन सडक़ छोटी होने के कारण एक साथ दो वाहन नहीं निकल पाते थे। कई बार एक एक वाहन का पहिया नीचे जाते ही मेज नदी में गिर जाते थे। इसमें जानमाल की हानि होने की संभावना रहती थी। यहां के ग्रामीण बरसों से सुरक्षा दीवार की मांग करते आ रहे थे। जिस पर गत दिनों हिण्डोली विधायक व राज्य मंत्री अशोक चांदना ने ग्रामीणों को राज्य सरकार से सुरक्षा निर्माण के लिए राशि स्वीकृत करवाने का भरोसा दिलाया था।
शीघ्र शुरू होगा कार्य
गत दिनों निर्माण विभाग द्वारा भेजे प्रस्ताव पर 50 लाख रुपए सुरक्षा दीवार के लिए स्वीकृत हो गए हैं एवं शीघ्र ही निर्माण कार्य शुरू होगा। जिससे यहां से गुजरने वाले वाहन की संख्या बढ़ेगी। साथ में खतरा नहीं रहेगा। अलोद के पंचायत समिति सदस्य बलराम मीणा, विनय जैन, आरिज खान, रफीक मोहम्मद सहित कई ग्रामीणों ने बताया कि सुरक्षा दीवार बनने के बाद यहां पर लोग सुरक्षित आवाजाही करेंगे।
कुछ समय पहले पलटी थी मेटाडोर
गांव के लोगों ने बताया कि भवानीपुरा में एक शादी के दौरान बूंदी से शादी के सामान भरकर अलोद बायपास से भवानीपुरा ले जा रहे थे। तभी मेटाडोर मेज नदी में पलट गई थी। उसमें भरे हजारों रुपए के सामान पानी में खराब हो गए थे।
अलोद बायपास पर सुरक्षा दीवार के लिए राज्य सरकार से 50 लाख रुपए स्वीकृत किए हैं। जहां का कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा एवं यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को खतरा नहीं रहेगा।
हरगोविन्द मिश्रा, सहायक अभियंता निर्माण विभाग हिण्डोली।
अलोद बायपास पर सुरक्षा निर्माण की मांग लंबे समय से चल रही थी। इसके लिए निर्माण विभाग के अधिकारी से प्रस्ताव तैयार कर जयपुर भिजवाने को कहा। राज्य सरकार से यहां के लिए 50 लाख रुपए स्वीकृत करवा दिए हैं। यहां पर करीब सौ मीटर से लंबी सुरक्षा दीवार के साथ-साथ सडक़ भी चौडी़ हो जाएगी ताकि एक साथ दो वाहन आसानी से निकल सकेंगे। सुरक्षा दीवार बनने के साथ यहां पर दुर्घटनाएं नहीं होगी।
अशोक चांदना, राज्यमंत्री।