शहर में उपजे जल संकट से आक्रोशित पार्षदों ने सोमवार को यहां जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग कार्यालय में विरोध प्रदर्शन किया। पार्षद मटकियां लेकर अधीक्षण अभियंता कार्यालय पहुंचे। मौके पर मौजूद अभियंताओं को बताया कि शहर प्यासे मर रहा और जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे।
बूंदी•Jun 15, 2021 / 09:38 pm•
पंकज जोशी
सा’ब शहर प्यासा मर रहा, 2 से 3 दिन में पानी आ रहा
सा’ब शहर प्यासा मर रहा, 2 से 3 दिन में पानी आ रहा
पार्षद मटकियां लेकर पहुंचे जलदाय कार्यालय, किया विरोध प्रदर्शन
बूंदी. शहर में उपजे जल संकट से आक्रोशित पार्षदों ने सोमवार को यहां जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग कार्यालय में विरोध प्रदर्शन किया। पार्षद मटकियां लेकर अधीक्षण अभियंता कार्यालय पहुंचे। मौके पर मौजूद अभियंताओं को बताया कि शहर प्यासे मर रहा और जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे।
पार्षदों ने कहा कि इस बार गर्मी के शुरुआत से ही जल संकट शुरू हो गया था। इस पीड़ा को बताते तीन माह हो गए, लेकिन कोई हल नहीं निकला। बल्कि परेशानी दिनों-दिन बढ़ती गई। बूंदी में पानी की समस्या ना हो इसके लिए समस्या का समाधान नहीं निकाला। पार्षदों ने कहा कि शहर की कई गलियों में पानी पहुंचे दिन हो गए। पीने का पानी भी हैंडपंप और नलकूपों से जुटा रहे। स्वयं का खर्चा से टैंकर मंगवा रहे। कई हिस्सों में 48 से 72 घंटों में पानी दे रहे। उन्होंने कहा कि यों तो कोटा से चम्बल का पानी बूंदी आने का दावा कर रहे, लेकिन हालातों में सुधार नहीं हुआ। इस परेशानी से पार्षदों का रोष फूटा। इस दौरान पुलिस ने समझाइश भी की, लेकिन वह नहीं माने।
इस पर अधीक्षण अभियंता ने लिखित में आश्वासन दिया की 5 दिन के अंदर प्रत्येक वार्ड में रोजाना 1 घंटा सप्लाई देंगे। इस दौरान पार्षद प्रेमप्रकाश एवरग्रीन, पार्षद हेमंत वर्मा, रोहित बैरागी, मोहम्मद रउफ, साबिर खान, संदीप देवगन, अंकित बुलीवाल, अनवर भाई, हंसराज नायक, जितेंद्र दाधीच, आशीष शर्मा, इरफान इलू, रईस, कन्हैया लाल, राकेश वर्मा, वसीम भाई, आकांक्षा किराड़, शिवम गुर्जर, कन्हैया लाल बैरवा आदि मौजूद थे।