बूंदीPublished: Sep 28, 2020 07:51:07 pm
पंकज जोशी
सिंचित क्षेत्र में खेतों पर काट कर रख रखी सोयाबीन की फसलें पर शनिवार रात को मानसून की विदाई भारी पड़ गई। जब किसान सुबह अपने खेतों में पहुंचे तो खेतों में कटी हुई सोयाबीन की फसल पानी में तैरती नजर आई।
खेतों का मंजर देख सदमे में आए किसान
खेतों का मंजर देख सदमे में आए किसान
कृषि विभाग व प्रशासन ने शुरू किया सर्वे
केशवरायपाटन. सिंचित क्षेत्र में खेतों पर काट कर रख रखी सोयाबीन की फसलें पर शनिवार रात को मानसून की विदाई भारी पड़ गई। जब किसान सुबह अपने खेतों में पहुंचे तो खेतों में कटी हुई सोयाबीन की फसल पानी में तैरती नजर आई। फसलों का हाल देख कर किसान सदमे में आ गए। बीती रात तेज हवा के साथ बारिश होने से माधोराजपुरा इंद्रपुरिया, केशवरायपाटन बीरज, नौताडा, भीया व आसपास के आधा दर्जन गांव में बारिश ने तांडव मचा दिया। इंद्रपुरा गांव के किसान मांगीलाल बेरवा, मोहनलाल, राजाराम ने बताया कि सोयाबीन की फसल काटने के बाद खेतों में पड़ी हुई थी। उसे सूखने के बाद निकलवाना था7। देर रात को आई बारिश ने सपनों को चकनाचूर कर दिया। खेतों में पानी भरने से फसलें पानी में तेरने लगी। किसान सुखासिंह, महावीर ने बताया कि खर्चा होने के बाद हुए नुकसान ने कंगाल कर दिया। ओबीसी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष चेतराम नागर ने जिला कलेक्टर से बारिश से हुए नुकसान का सर्वे करवाने प्रभावित किसानों को मुआवजा दिलाने की मांग की है।
हिण्डोली. शनिवार शाम को खरीफ की फसल में तबाही के मंजर के बाद रविवार को कृषि विभाग व प्रशासन ने संयुक्त रूप से फसलों के खराबे का सर्वे शुरू कर दिया है। रविवार सुबह सहायक कृषि अधिकारी सुरेंद्र गौतम, हल्का पटवारी गुढा बांध सरोजना व भंवरलाल ने ग्राम चौहडा, रामी की झोंपड़ी, बहादुरपुरा, गुढ़ा सहित कई गांव में जायजा लिया। सहायक कृषि अधिकारी गौतम ने बताया कि चौहड़ा, बहादुरपुरा में मक्का, धान व गन्ने की फसल को काफी नुकसान हुआ है। संयुक्त दल ने धान में 45 से 50 फीसदी, मक्का में 35 से 40, गन्ने में 30 फीसदी नुकसान की आशंका जताई है। किसानों ने बताया कि खरीफ की फसल तैयार हो गई है। अब उन्हें काटने का समय है, लेकिन बारिश व अंधड़ ने काफी नुकसान कर दिया है। किसानों ने राज्यमंत्री मंत्री अशोक चांदना से खराबे का सर्वे कराकर किसानों को मुआवजा दिलाने की मांग की है।
आकोदा. क्षेत्र में शनिवार शाम को तेज अंधड ने किसानों कि उम्मीद पर पानी फेर दिया। इससे मक्का, धान, उडद, तिल्ली कि फसलें आड़ी पड गईद्ध धान की फसलो मे अभी कई जगह बालियां निकल रही है। चावल दुधिया अवस्था में हैं। फसल आड़ी पड जाने से अब उनका विकास रूक जायेगा।
ेआड़ी पड़ी धान की फसल
रामगंजबालाजी. क्षेत्र के गांवों में शनिवार रात को तेज हवाओं के साथ हुई बरसात से धान की फसल आड़ी पड़ गयी। जानकारी के अनुसार शनिवार शाम को तेज हवाओं के साथ रुक रुक कर एक घण्टे तक बरसात हुई। ऐसे में कई खेतों में पकने के कगार पर खड़ी धान की फसल आड़ी पड़ गयी। किसानों ने बताया की वर्तमान समय मे कई जगहों पर समय पर लगाई गई धान की फसल 50 फीसदी पकने की कगार पर है। अचानक हुई बरसात से अब फसल में पैदावार व गुणवत्ता खराब होने की संभावना बढ़ गई है। किसानों ने प्रशासन से नुकसान का आकलन करवाने की मांग की है।