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बूंदी

सिपाही का शव पहुंचा, तो बिलख पड़े परिजन

दबलाना थाना क्षेत्र के बड़ौदिया गांव निवासी कांस्टेबल का शव मंगलवार पैतृक गांव लाया गया।

बूंदीJun 03, 2020 / 07:05 pm

पंकज जोशी

सिपाही का शव पहुंचा, तो बिलख पड़े परिजन

सिपाही का शव पहुंचा, तो बिलख पड़े परिजन

सिपाही का शव पहुंचा, तो बिलख पड़े परिजन
भण्डेड़ा. दबलाना थाना क्षेत्र के बड़ौदिया गांव निवासी कांस्टेबल का शव मंगलवार पैतृक गांव लाया गया। घर पर मृतक का शव पहुंचते ही गांव में सन्नाटा छा गया। घर पर कोहराम मच गया। पुलिस सम्मान के साथ अंतिम संस्कार में दो जगह पोकरण थाना व दबलाना का पुलिस जाप्ता भी मौजूद रहा। जानकारी के अनुसार बड़ौदिया निवासी मायाराम मीणा जैसलमेर जिले के पोकरण में एक होटल में फंदे पर झूलता मिला था। इसकी सूचना पुलिस ने घर वालों को दी। इसके बाद वृद्ध पिता रामरतन मीणा व रिश्तेदार पोकरण पहुंचे। जहां पोस्टमार्टम कर शव के साथ पोकरण एएसआई मोहन मीणा जाप्ते के साथ रवाना हुए। दबलाना थानाधिकारी रामगिलास गुर्जर भी जाप्ते के साथ बड़ौदिया पहुंचे। मंगलवार सुबह शव घर पहुंचते ही पत्नी गुड्डी बाई सहित परिवार के सदस्य बिलख पड़े।
टूटा दुखों का पहाड़
मृतक सिपाही के दो पुत्र हंै। एक पुत्र 5 वर्षीय रक्षित मीणा व दूसरा 3 वर्षीय रोहित मीणा है। घर में एक छोटा भाई व एक ***** है। इस वर्ष शादी करनी थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण नहीं हो सकी। वृद्ध माता-पिता व परिवार की पूरी जिम्मेदारी मृतक कांस्टेबल पर ही थी। 5 वर्ष का रक्षित जब मुखाग्नि दे रहा था तो उसके यह समझ में नहीं आ रहा था कि यह क्या हो रहा है।
बार बार हो रहा था मोबाइल स्विच ऑफ
मृतक की शनिवार शाम को परिजनों से फोन पर बात हुई थी। उस समय हल्का पेट-दर्द होना बताया था। बात भी हंसी खुशी में हुई थी, लेकिन रविवार को फोन कभी बन्द कभी चालू था। इस बात को लेकर परिजन संदेह जता रहे हैं। परिजनों व रिश्तेदारों का कहना था कि मायाराम आत्महत्या नहीं कर सकता। परिवार में इस तरह की कोई समस्या नहीं थी। परिवार की पूर्ण जिम्मेदारी मृतक के कंधों पर ही थी। प्रशासन द्वारा इसकी सही जांच होनी चाहिए।
सीबीआई से हो मौत की जांच
नैनवां. आदिवासी मीणा समाज सेवा संस्थान नैनवां व बूंदा आदिवासी मीणा समाज संस्था ने मंगलवार को मुख्यमंत्री के नाम का अलग-अलग ज्ञापन उपखंड अधिकारी को देकर सिपाही मायाराम मीणा की मौत की जांच सीबीआई से कराने, परिवार को पचास लाख रुपए का मुआवजा व परिवार के एक जने को सरकारी नौकरी देने सहित अन्य मांग की है। मांगे पूरी नहीं होने पर प्रदेश व्यापी आन्दोलन की चेतावनी दी है। ज्ञापन देने वालों में आदिवासी मीना सेवा संस्थान के उपाध्यक्ष रामसहाय मीणा, रामपाल मीणा, गोविन्द मीणा, महामंत्री रामनारायण मीणा, सुगनचंद मीणा, विधि मंत्री राधेश्याम मीणा, सचिव आशाराम मीणा, प्रवक्ता शंकरलाल मीणाा व कमलेश मीणा शामिल थे। बूंदा आदिवासी मीणा समाज संस्था की ओर से संस्था के प्रमुख चौथमल मीणा व अन्य पदािधकारियों ने ज्ञापन दिया।

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