वन विभाग ने मध्यप्रदेश के उमरिया जिले से प्रवासी श्रमिकों को बसोली क्षेत्र में बुलवाकर काम करवा लिया, अब मजदूरी नहीं देने का मामला सामने आया।
बूंदी•Mar 03, 2021 / 08:26 pm•
पंकज जोशी
पीड़ा बताते छलके प्रवासी मजदूरों के आंसू
पीड़ा बताते छलके प्रवासी मजदूरों के आंसू
परिवार सहित वन विभाग कार्यालय पर डाला पड़ाव,विभाग ने बसोली में मजदूरी करवाकर नहीं किया भुगतान
बूंदी. वन विभाग ने मध्यप्रदेश के उमरिया जिले से प्रवासी श्रमिकों को बसोली क्षेत्र में बुलवाकर काम करवा लिया, अब मजदूरी नहीं देने का मामला सामने आया। मंगलवार को पीडि़त मजदूरों ने अपने बच्चों के साथ यहां मण्डल वन अधिकारी कार्यालय के बाहर सड़क पर धरना दिया और जाम लगाया।
कांग्रेस प्रवासी सहायता प्रभारी चर्मेश शर्मा मजदूरों के साथ पहले बूंदी के अतिरिक्त जिला कलक्टर से मिले। बाद में उपवन संरक्षक कार्यालय पहुंचे। वन कार्यालय में जब किसी ने सुनवाई नहीं की तो मजदूर बच्चों के साथ सड़क पर धरना देकर बैठ गए। उन्होंने वाहनों की आवाजाही रोक दी। बच्चे बिलख उठे। अपने खून पसीने की मजदूरी मांगते हुए मजदूर परिवार भावुक हो गए। कई के आंसू छलक आए। बाद में पुलिस मौके पर पहुंची जिन्होंने भरोसा दिया।
सड़क पर बेहोश हुई मजदूर महिला
इस दौरान एक महिला मजदूर मुन्नीबाई सड़क पर बेहोश हो गयी। उपस्थित लोगों व दूसरे मजदूरों ने तत्काल उस महिला पर पानी छिडक़ा और उठाकर एक तरफ किया। एक महिला मजदूर सुलेखा ने बताया कि वन विभाग मजदूरी नहीं दे रहा और अब तो खाने के भी लाले पड़ रहे। मजदूरों का कहना था कि सारे अधिकारी मिलकर उन्हें दबा रहे।
बिना विधिक प्रक्रिया के हुआ काम
कांग्रेस शर्मा मजदूरों के साथ एसीएफ चंद्रमोहन गुप्ता से मिले। इस दौरान कोतवाली थाने के सब इंस्पेक्टर युद्धवीर सिंह सहित पार्षद अंकित बुलीवाल, सादिक खान मौजूद रहे। इस दौरान सामने आया कि बसोली वन विभाग के रेंजर दीपक जासू मध्य प्रदेश से प्रवासी मजदूरों को काम करने के लिए बिना विधिक प्रक्रिया के सीधे ही बुलवा लिया। जबकि इसके लिए निर्धारित निविदा प्रक्रिया अपनाई जानी थी। एसीएफ गुप्ता ने कहा उप वन संरक्षक के अवकाश से आने पर ही कोई निर्णय होगा।
मजदूरों ने डाला अनिश्चितकालीन पड़ाव
मजदूरी नहीं मिलने से खफा मजदूरों ने अनिश्चितकाल के लिए पड़ाव डाल दिया। सभी प्रवासी मजदूर बच्चों व महिलाओं के साथ वन विभाग कार्यालय पर ही धरना देकर बैठे। उन्होंने बताया कि जांच होने तक यहीं पर रहेंगे। शर्मा ने पूरे मामले की जांच कराने की मांग रखी।