जिले के कनिष्ठ अभियंताओं ने शुक्रवार को अधीक्षण अभियंता (बूंदी वृत्त) को ज्ञापन देकर तकनीकी कर्मचारी के साथ हुई दुर्घटना की निष्पक्ष जांच कराकर कनिष्ठ अभियंता को फिर से पदस्थापित करने की मांग की।
बूंदी•Sep 19, 2020 / 11:11 am•
Narendra Agarwal
तकनीकी कर्मचारी के साथ हुई दुर्घटना की हो निष्पक्ष जांच
बूंदी. जिले के कनिष्ठ अभियंताओं ने शुक्रवार को अधीक्षण अभियंता (बूंदी वृत्त) को ज्ञापन देकर तकनीकी कर्मचारी के साथ हुई दुर्घटना की निष्पक्ष जांच कराकर कनिष्ठ अभियंता को फिर से पदस्थापित करने की मांग की।
ज्ञापन में बताया कि डाबी क्षेत्र में 14 सितम्बर को 33 केवी लाइन पर कार्य करते समय तकनीकी सहायक मुकेश यादव की दुर्घटना हुई थी। दुर्घटना के अगले दिन अधिशासी अभियंता खंड प्रथम बूंदी, सहायक अभियंता तालेड़ा, कनिष्ठ अभियंता डाबी की ओर से संयुक्त रूप से घटना की जांच करने के लिए पूरी लाइन की स्वयं पेट्रोलिंग की गई। जिसमें पाया कि 33 केवी सब स्टेशन जवाहर सागर डेम पर 33 केवी आइसोलेटर का एक जंपर निकलकर दूसरी लाइन के आइसोलेटर पर जा गिरा। इसके उपरांत 14 सितम्बर को कनिष्ठ अभियंता मय टीम फाल्ट दुरस्त करने में लगे हुए थे तब भी जवाहर सागर डेम पर स्थित जेवीवीएनएल कर्मी संजय सिंह ने कनिष्ठ अभियंता को आश्वस्त किया कि उसने डबल सर्किट लाइन की पेट्रोलिंग ढंग से कर ली।
उसके उपरांत ही कनिष्ठ अभियंता ने 132 केवी जीएसएस बाडोली से शटडाउन लेकर फाल्ट दुरुस्तीकरण का कार्य शुरू करवाया, लेकिन अचानक जवाहर सागर डेम जीएसएस पर चेंज ओवर आइसोलेटर का जंपर टूटकर चालू लाइन पर गिरा हुआ था, जिस कारण से उक्त लाइन पर शट डाउन होने के बाद भी करंट प्रवाहित हुआ जिससे यह घातक दुर्घटना घटी। जबकि घटना की जांच स्वयं सहायक अभियंता तालेड़ा व अधिशासी अभियंता खंड प्रथम बूंदी ने मौके पर जाकर की थी। उसके उपरांत भी 16 सितम्बर को कनिष्ठ अभियंता ललित गुप्ता को एपीओ कर दिया गया। जबकि पूरे प्रकरण में कनिष्ठ अभियंता की लापरवाही कहीं भी प्रतीत नहीं हो रही। ऐसे में कनिष्ठ अभियंता को फिर से अपने कार्य स्थल पर पदस्थापित किया जाए। इस दौरान कनिष्ठ अभियंता हरीश गुप्ता, रामसागर नागर, योगेश शर्मा, नीरज सिंह, सुरेंद्र गौड़, नचिकेत जगदीश सहित जिले के समस्त कनिष्ठ अभियंता मौजूद रहे।