सात परिवारों को आवास का इंतजार, मजदूरी पर निर्भर है परिवार
बूंदी जिले के नैनवां उपखंड क्षेत्र में एक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर जहां लगभग तीन दशकों से पूर्वज निवासरत लेकिन अभी तक 7 परिवारों को सरकारी प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित कर रखा है।

सात परिवारों को आवास का इंतजार, मजदूरी पर निर्भर है परिवार
भण्डेड़ा. बूंदी जिले के नैनवां उपखंड क्षेत्र में एक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर जहां लगभग तीन दशकों से पूर्वज निवासरत लेकिन अभी तक 7 परिवारों को सरकारी प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित कर रखा है। हर बार चुनावों में इन परिवारों को इस योजना का आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला है। जानकारी के अनुसार गुढ़ासदावर्तियां ग्राम पंचायत मुख्यालय पर ही तिरपाल की टापरी बना कर रह रहे कालबेलिया जाति के सात परिवार तीन पीढिय़ों से यही पर जीविकोपार्जन कर रहे है। इन गरीब परिवारों को लगभग तीन पीढियां बीत चुकी यहां पर रहते हुए अभी तक प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नही मिला है। तिरपाल की झोपडिय़ों में गुजर-बसर कर रहे यह गरीब परिवार हर वर्ष प्रधानमंत्री आवास की उम्मीद लगाते है लेकिन निराशा ही मिलती है।
परिवार के मुखिया की पीड़ा
परिवार के मुखिया बन्नानाथ कालबेलिया का कहना है कि यहां पर रहते हुए करीबन तीस वर्ष गुजर गया। जब भी चुनाव आते है तो इसी पंचायत में मतदान करते है। रहने की जो टापरी है वही है जमीन नहीं होने से खड़ी, गेरू व भूरी मिट्टी गांव-गांव में घुमकर बेचते है व गुजारा चला रहे है। साहब क्या करें जब यह नहीं बिकती है तब किसानों के मजदूरी करने चले जाते है। परिवार के पास बिल्कुल भी जमीन नहीं है परिवार का खर्चा चलाने की ही कमाई हो पाती है। सरकारी योजना के लाभ के इंतजार करते करते थक चुके है। राजनेता भी आश्वासन ही देते आ रहे है पर अभी तक सरकार की प्रधानमंत्री आवास नही मिल पाई है। परिवार में पत्नी की पहले ही मौत हो चूकी है। परिवार में पुत्र व पुत्रवधू सहित पांच सदस्य हैं सभी के लिए तिरपाल की टापरी ही सहारा है।
इन्हीं परिवार की महिला रही वार्ड पंच
इसी जाति की महिला पुष्पा बाई कालबेलिया सत्र 2000 में पंचायत में वार्ड पंच का चुनाव जीती व सत्र 2005 तक वार्ड पंच रही। इस जाति के परिवारों के लिए जहा रह रहे है वहा पर अस्थाई जगह के पट्टे देने बताया है पर अभी भी इन परिवारों को प्रधानमंत्री आवास का लाभ नहीं दिया गया है। इधर ग्राम विकास अधिकारी राजेंद्र कुमार बैरागी का कहना है कि यही पर लम्बे समय से रह रहे परिवारों के लिए अस्थाई पट्टे देने की जानकारी है। अस्थाई पट्टे की जगह को यह बेच नहीं सकते है। प्रधानमंत्री आवास के लिए इनकी सूचना भेज रखी है। अगले सत्र में जो परिवार प्रधानमंत्री आवास से अपात्र है उन्हें लाभ दिलवाने का प्रयास किया गया है यहां के परिवार अन्य गांवों में रह रहे है उन्हें एक जगह पर ही लाभ मिलेगा।
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