बूंदीPublished: Sep 19, 2020 06:48:09 pm
पंकज जोशी
बायी मुख्य नहर में जल प्रवाह शुरू करने के बाद किसानों के चेहरों में खुशी की लहर छा गई। मुरझाती हुई फसलों को बचाने के लिए किसान लंबे समय से नहरों में जल प्रवाह शुरू करवाने की मांग कर रहे थे।
नहरों में जल प्रवाह करने से किसानों के चेहरे खिले
नहरों में जल प्रवाह करने से किसानों के चेहरे खिले
केशवरायपाटन. बायी मुख्य नहर में जल प्रवाह शुरू करने के बाद किसानों के चेहरों में खुशी की लहर छा गई। मुरझाती हुई फसलों को बचाने के लिए किसान लंबे समय से नहरों में जल प्रवाह शुरू करवाने की मांग कर रहे थे। पानी के अभाव से सिंचित क्षेत्र में 20 प्रतिशत फसलें नष्ट हो चुकी हैं। धान उत्पादक किसान नलकूपों से अपनी फसल को बचा रहे हैं। इसी प्रकार पानी के अभाव में उड़द और सोयाबीन की फसल नष्ट हो चुकी है।
सीएडी विभाग में देरी से पानी छोडऩे का निर्णय लिया, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। शुक्रवार को बायीं मुख्य नहर की पाटन ब्रांच में पानी रंगराजपुरा तक पहुंच गया है। पानी आते ही लोगों ने नहरों में इंजन लगाकर फसलों को बचाना शुरू कर दिया है। किसानों ने बताया कि नहर में भी क्षमता से कम पानी होने से नालियां पानी नहीं दे रही है जिसे इंजन लगाना पड़ रहा है।