बूंदीPublished: Apr 14, 2021 09:12:59 pm
पंकज जोशी
देशभर में होने वाली दुर्घटनाओं का डाटा अब परिवहन व पुलिस विभाग के पास सुरक्षित रहेगा। जी हां! दुर्घटना होने पर एक क्लिक में दोनों विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों को जानकारी मिल जाएगी।
एक क्लिक में दिखेंगेे देशभर के दुर्घटना स्थल, बढ़ेगी रोड सेफ्टी
एक क्लिक में दिखेंगेे देशभर के दुर्घटना स्थल, बढ़ेगी रोड सेफ्टी
प्रदेश की सड़कों पर ब्लैक स्पॉट घोषित करने में मिलेगी मदद
मिलेगी हादसे की जानकारी, पुलिस व परिवहन विभाग ने ली ट्रेनिंग
पुरानी फाइलों को खंगालने से मिलेगी निजात
बूंदी. देशभर में होने वाली दुर्घटनाओं का डाटा अब परिवहन व पुलिस विभाग के पास सुरक्षित रहेगा। जी हां! दुर्घटना होने पर एक क्लिक में दोनों विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों को जानकारी मिल जाएगी। हाल ही में केंद्र सरकार की ओर से आई रेड सॉफ्टवेयर बनाया गया, जिसके माध्यम से देशभर में कहीं भी होने वाली दुर्घटना की जानकारी उक्त एप के माध्यम से मिल जाएगी। यह सॉफ्टवेयर पूरे देश के लिए बनाया गया।
प्रदेश सरकार ने पायलेट प्रोजेक्ट के तहत अजमेर संभाग में इसे शुरू किया था, सफलता मिलने के बाद पूरे प्रदेश में लागू कर दिया। इस एप के बारे में पुलिस व परिवहन विभाग के निरीक्षक प्रशिक्षण ले चुके। जबकि पूर्व में अब तक यह होता आया कि कहीं पर भी दुर्घटना होने पर संबंधित क्षेत्र की पुलिस मौके पर पहुंच जाती थी। जानकारी जुटाने के बाद फाइलों में रिकॉर्ड रखा जाता था। वाहन संबंधित मामले में परिवहन विभाग की टीम संयुक्त निरीक्षण रिपोर्ट बनाती थी। मौके पर क्या खामी थी, लेकिन अब इस समस्या से निजात मिलेगी। उक्त डाटा पर सब कुछ एक क्लिक पर मिल जाएगा। यह डाटा ऑनलाइन रहेगा। कागजों के जी जंजाल से मुक्ति मिलेगी।
खंगालनी पड़ती फाइलें, ब्लैक स्पॉट की मिलेगी जानकारी
अक्सर यह होता आया कि एक ही जगह पर कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी। ऐसे में पुलिसकर्मी जाते हैं और मौका मुआयना करके चले जाते हैं। किसी मोड या स्थान को ब्लैक स्पॉट घोषित करने के लिए पुलिस को पुराने मामले देखने के लिए फाइलों को खंगालना पड़ जाता है, लेकिन इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से पुलिस को एक ही स्थान पर बार-बार दुर्घटना होने की जानकारी मिल जाएगी और उस स्थान को आसानी से ब्लैक स्पॉट घोषित किया जा सकेगा। विभाग के सूचना सहायक नरेश नागर ने बताया कि इस सॉफ्टवेयर में जानकारी अपलोड होने के बाद जब पुलिस दुर्घटना की जानकारी के लिए जैसे ही इस एप को खोलेगी, तो उन्हें उस मोड या स्थान की जानकारी मिल जाएगी, जहां तेज रफ्तार की वजह से दुर्घटना हो रही है। ऐसे में प्रशासन वहां पर रफ्तार नियंत्रित करने के इंतजाम कर सकता है।
वाहनों से संबंधित जानकारी में परिवहन विभाग को मिलेगी मदद
यह सॉफ्टवेयर परिवहन विभाग के लिए कारगार साबित होगा। किसी स्थान पर वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने पर उस वाहन मालिक की सभी जानकारी पुलिस को आसानी से उपलब्ध कराने में मदद करेगा। सड़क सुरक्षा की दृष्टि में यह महत्पूर्ण कदम साबित होगा। रोड सेफ्टी के दृश्य से यह एप शुरू किया गया।
एप के माध्यम से सबकुछ एक क्लिक पर
पुलिस विभाग में टीआई, एसआई व बीट कांस्टेबल के अलावा परिवहन विभाग में निरीक्षक स्तर के अधिकारी इसकी ट्रेनिंग ले चुके। पुलिस व परिवहन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी के मोबाइल में यह एप अपलोड कराया जाएगा। इसमें सभी एक को पासवर्ड दिया जाएगा। जिसके माध्यम से दुर्घटना होने के कारण व अन्य सभी जानकारियों को अपलोड किया जाएगा। यह आंकडा एक बार अपलोड होने के बाद इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से देश की पुलिस व परिवहन विभाग के अधिकारियों को दिखाई देगा।
‘पुलिस व परिवहन विभाग को आई रेड सॉफ्टवेयर के माध्यम से अब हादसे की जानकारी मिल जाएगी। इसके लिए अब पुरानी फाइलें खंगालने की जरूरत नहीं पड़ेगी। प्रदेश में पहले अजमेर संभाग में पायलेक्ट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया था, जिसे अब पूरे प्रदेश में लागू कर दिया गया। पुलिस व परिवहन विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों ने इसकी ट्रेनिंग ले ली। सडक़ सुरक्षा की दृष्टि में यह महत्पूर्ण कदम साबित होगा।’
भगवान कर्मचंदानी, जिला परिवहन अधिकारी,