scriptमहिलाओं ने समूह बनाकर खोला स्वयं का बैंक | Bundi News, Bundi Rajasthan News,Women,Group open,Own bank | Patrika News

महिलाओं ने समूह बनाकर खोला स्वयं का बैंक

locationबूंदीPublished: Dec 05, 2020 07:02:15 pm

जब मन में कुछ करने की चाह और परिश्रम करने का हौसला हो तब हर मुश्किल आसान हो जाती है। विपरीत परिस्थितियों से जूझ रही उन्हीं महिलाओं ने एक-दूसरे से हाथ क्या मिलाया, खुद तरक्की ने मिसाल की नई इबारत लिख दी।

महिलाओं ने समूह बनाकर खोला स्वयं का बैंक

महिलाओं ने समूह बनाकर खोला स्वयं का बैंक

महिलाओं ने समूह बनाकर खोला स्वयं का बैंक
60 महिलाओं के समूह से मिल रहा महिलाओं को रोजगार
खुद बनी बैंक की मैनेजर व कैशियर
जजावर. जब मन में कुछ करने की चाह और परिश्रम करने का हौसला हो तब हर मुश्किल आसान हो जाती है। विपरीत परिस्थितियों से जूझ रही उन्हीं महिलाओं ने एक-दूसरे से हाथ क्या मिलाया, खुद तरक्की ने मिसाल की नई इबारत लिख दी। कभी दो वक्त की रोटी के लिए भी संघर्ष कर रही ये महिलाएं आज छोटी-छोटी बचत से स्वयं सहायता समूह यानी मिनी बैंक बनाकर केवल अपनी आजीविका ही नहीं कमा रही हैं बल्कि दूसरी जरूरतमंद महिलाओं को कर्ज भी दे रही हैं।
बूंदी जिले के जजावर पंचायत में भी महिलाओं ने स्वयं सहायता समूह बनाया है।। कस्बे में रहने वाली करीब 60 ऐसी महिलाओं का समूह है जो कभी अति गरीबी में जीवन यापन करती थी। परिवार के रोजी रोटी हेतु प्रतिदित मजदूरी करनी पड़ती थी। कभी बीमार पडऩे पर घर का गुजर बसर करना मुश्किल हो जाता था। लेकिन इन्होंने समूह में मेहनत व लगन से थोड़ी -थोड़ी जमा पूंजी कर न केवल खुद के लिए रोजगार खोले, बल्कि परिवार चलाने के साथ अपने बच्चों का लालन पालन भी कर रही है। समूह की सभी महिलाओं के चेहरे पर आत्मविश्वास की झलक देखने को मिल रही है।
ऐसे होता है कामकाज
प्रत्येक समूह में महिलाएं एक माह में चार बैठकें लेती है। बैठक में समूह के सदस्यों को निर्धारित की गई राशि 20 रुपए जमा करवानी पड़ती है। बाद में जिस महिला को राशि की जरूरत होती है उसे समूह की महिलाएं चर्चा कर राशि दी जाती है। जिसका ब्याज भी बैठक में महिलाएं खुद ही निर्धारित करती हैं। इससे जरूरतमंद महिला को संकट के समय पैसे के लिए भटकना नहीं पड़ता है। कस्बे में लगभग 60 महिलाओं के चार समूह जो चार साल से चल रहे है। अभी इनकी कुल आय की तीन लाख से भी अधिक है।
स्वयं का बैंक, स्वयं ही अधिकारी
समूह की महिलाओं ने पत्रिका को बताया कि हमारे समूह की हम खुद ही अधिकारी है। इसके मैनेजर भी हम ही है व कैशियर भी हम ही है। कुल बजट के अनुसार जरूरतमंद समूह की महिलाओं को रुपए उधार दिए जाते हैं। जो हमारी ही जमा पूंजी होती है। महिलाओं की इस पहल से लोगों को प्रेरणा भी मिल रही है।

ट्रेंडिंग वीडियो