बूंदीPublished: Nov 11, 2019 01:14:47 pm
पंकज जोशी
हिण्डोली. कस्बे के त्रिवेणी धाम के निकट स्थित पहाडी पर स्थित किला संरक्षण व रखरखाव के अभाव में अंतिम सांसें गिन रहा है।
संरक्षण व रखरखाव के अभाव में अंतिम सांसें गिन रहा किला
हिण्डोली. कस्बे के त्रिवेणी धाम के निकट स्थित पहाडी पर स्थित किला संरक्षण व रखरखाव के अभाव में अंतिम सांसें गिन रहा है। किले की दीवारें काफी कमजोर हो गई है। जानकारी के अनुसार कई सदी पुराना हिण्डोली का किला हिण्डोली की शान के नाम से जाना जाता है। कस्बे में सबसे ऊंचे स्थान पर स्थित पहाड़ी पर किला बना हुआ है। यहां से पूरे कस्बे को आसानी से देखा जा सकता है। पूरब की ओर रामसागर व उत्तर की ओर अरावली पर्वतमाला है, जो यहां को रमणीय स्थल बना देते हैं। किले में बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक घूमने आते रहे हैं, लेकिन गत कुछ वर्षों से किले में जाने के रास्ते पर गंदगी होने से यहां पर आने में विदेशी सैलानी भी कतरा रहे हैं। पहाड़ी पर जाने के लिए पर्यटकों को गंदगी से गुजरना पड़ता है। किले के कुछ नीचे दरवाजा बना हुआ है, जो कभी भी धराशायी हो सकता है।संरक्षण व रखरखाव के अभाव में अंतिम सांसें गिन रहा किला
हिण्डोली. कस्बे के त्रिवेणी धाम के निकट स्थित पहाडी पर स्थित किला संरक्षण व रखरखाव के अभाव में अंतिम सांसें गिन रहा है। किले की दीवारें काफ ी कमजोर हो गई है। जानकारी के अनुसार कई सदी पुराना हिण्डोली का किला हिण्डोली की शान के नाम से जाना जाता है। कस्बे में सबसे ऊंचे स्थान पर स्थित पहाड़ी पर किला बना हुआ है। यहां से पूरे कस्बे को आसानी से देखा जा सकता है। पूरब की ओर रामसागर व उत्तर की ओर अरावली पर्वतमाला है, जो यहां को रमणीय स्थल बना देते हैं। किले में बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक घूमने आते रहे हैं, लेकिन गत कुछ वर्षों से किले में जाने के रास्ते पर गंदगी होने से यहां पर आने में विदेशी सैलानी भी कतरा रहे हैं। पहाड़ी पर जाने के लिए पर्यटकों को गंदगी से गुजरना पड़ता है। किले के कुछ नीचे दरवाजा बना हुआ है, जो कभी भी धराशायी हो सकता है।