पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इंद्रगढ़ से करीब बीस किलोमीटर दूर डोबरली गांव के पास चम्बल नदी में आधा दर्जन युवक नहाने गए थे। तभी दौलतपुरा ग्राम पंचायत के खानपुरा गांव का 22 वर्षीय युवक महावीर मीणा नदी की गहराई में चला गया। उसे नदी की गहराई का पता नहीं था। तैरना भी नहीं आता था। महावीर मेहमानों के साथ गया था। तब आस-पास मौजूद ग्रामीण और साथियों ने उसे बचाने का प्रयास भी किया, लेकिन महावीर गहराई में होने से उसे बचा नहीं सके। देर शाम तक तलाशी की गई, लेकिन कहीं पता नहीं चला। बूंदी से बचाव दल भी पहुंचा, लेकिन अंधेरा होने के बाद तलाशी अभियान बंद करना पड़ा। सोमवार सुबह शव नदी के किनारे पर दिखा, जिसे पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से बाहर निकाल लिया। पुलिस ने शव का इंद्रगढ़ चिकित्सालय में लाकर पोस्टमार्टम कराया। बाद में परिजनों को सौंपा। इंद्रगढ़ पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी रही।
परिजनों की फूट पड़ी रुलाई
महावीर का शव मिलते ही परिजनों की रुलाई फूट पड़ी। महावीर की 3 मई को ही शादी हुई थी। पत्नी मायके में ही थी। सूचना पर महावीर के ससुराल रामपुरा गांव से भी ग्रामीण चम्बल नदी के किनारे पर पहुंचे। इंद्रगढ़ पुलिस भी मौके पर रही।
महावीर का शव मिलते ही परिजनों की रुलाई फूट पड़ी। महावीर की 3 मई को ही शादी हुई थी। पत्नी मायके में ही थी। सूचना पर महावीर के ससुराल रामपुरा गांव से भी ग्रामीण चम्बल नदी के किनारे पर पहुंचे। इंद्रगढ़ पुलिस भी मौके पर रही।
तब हुई थी 13 जनों की मौत
चम्बल नदी में हादसों का यह पहला मौका नहीं। इससे पहले 16 सितम्बर 2020 को गोठड़ा गांव के पास नाव डूबने से 13 जनों की मौत हो गई थी। तब यह सभी ग्रामीण नाव में सवार थे। किनारे पर आने के दौरान यह हादसा हो गया था। हादसे के बाद हा-हाकर मच गया था। इसके बाद सरकार ने यहां चम्बल नदी पर पुल निर्माण के लिए बजट की घोषणा की।
चम्बल नदी में हादसों का यह पहला मौका नहीं। इससे पहले 16 सितम्बर 2020 को गोठड़ा गांव के पास नाव डूबने से 13 जनों की मौत हो गई थी। तब यह सभी ग्रामीण नाव में सवार थे। किनारे पर आने के दौरान यह हादसा हो गया था। हादसे के बाद हा-हाकर मच गया था। इसके बाद सरकार ने यहां चम्बल नदी पर पुल निर्माण के लिए बजट की घोषणा की।