नवल सागर पार्क में शनिवार को ‘कलारंभ’ छोटीकाशी ऑफ राजस्थान लैंडस्केप वर्कशॉप का उद्घाटन मुख्य अतिथि जिला कलक्टर रेणु जयपाल ने किया। इस मौके पर वंशवर्धन सिंह एवं चित्रकार बिजय बिस्वाल, विक्रांत शितोले व निशिकांत पलांडे मंचासीन रहे। जिला कलक्टर ने कहा कि इस तरह के आयोजन से बूंदी को राष्ट्रीय पटल के साथ-साथ विश्व स्तर पर भी अलग पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा कि छोटीकाशी में विरासत का खजाना भरा पड़ा है। जिसे चितेरे ही समझ सकते है। इस तरह की कार्यशालाओं के लिए हर तरह की मदद की जाएगी, ताकि भविष्य में यहां के पर्यटन को बढ़ावा मिले।
अलग-अलग राज्यों से आए चित्रकार पांच दिन तक गढ़ पैलेस, रानीजी की बावड़ी, सुखमहल, शिकार बुर्ज, कुंड, हेरिटेज गलियों व बाजारों को केनवास पर अपने रंगों से सजायेंगे। आयोजन से जुड़े अंतराष्ट्रीय चित्रकार अचिंत्य हज्रा ने बताया कि मुम्बई, पुणे, दिल्ली कलकत्ता, बेंगलोर,चंडीगढ़, हैदराबाद सहित बूंदी के भी कलाकर केनवास पर बूंदी की खूबसूरती को उतारेंगे। कार्यशाला से जुड़े नारायण मंडोवरा व सुनिल जांगिड़ ने बताया की कार्यशाला के अंतिम दिन सभी चित्रकारों के चित्रों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। संचालन शालिनी भारती ने किया।
बूंदी की एक्जिीबिशन कई राज्यों में
चित्रकार शितोले ने बताया कि पिछले तीन वर्ष से बूंदी में आ रहे है। यहां की ऐतिहासिक विरासत की एक्जिीबिशन कई राज्यो में लगा चुके हंै। यहां की पुरानी हवेलियां, महल, छज्जे, मकानों के बाहर बने गोखड़े बहुत ही आकर्षक है। जिससे बाहर के कलाकार चित्रकार बूंदी की ओर आकर्षित होते हैं।