इन्हें चिकित्सालय की सुरक्षा व्यवस्था में लगे कर्मचारियों ने भी नहीं टोका।वे इन्हें टकटकी लगाकर देखते रहे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बसोली थाना इलाके के रामी की झोपडिय़ा गांव से पांच-छह जने आए और पुराने जनाना चिकित्सालय के दरवाजे पर तंत्र-मंत्र शुरू कर दिए। इसे देखन के लिए यहां बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए।
जब जानकारी की तो पता चला कि पन्द्रह वर्ष पहले रामी बाई को बेटा हुआ था जिसकी प्रसव के दौरान ही मौत हो गई थी। उसी बेटे की आत्मा लेने यहां आए हैं।आत्मा लेने परिवार सहित ढोल बाजे के साथ वे यहां पहुंचे थे। पूजा-अनुष्ठान के बाद वे घर पर चबूतरा बनाकर उसकी स्थापना करेंगे।
सबसे बड़ी बात यह रही कि यह सारा खेल अस्पताल प्रशासन की आंखों के सामने चलता रहा, लेकिन वह इसे रोकने की जगह मूकदर्शक बनकर देखते रहे। यही हाल अस्पताल के अन्य हिस्सों में भी देखने को मिले। कुछ लोग ट्रोमा सेन्टर में भी आत्मा लेने आए, जिससे मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ गई।