बूंदीPublished: Apr 27, 2019 01:04:46 pm
पंकज जोशी
चुनाव ड्यूटी के दौरान अधिग्रहण वाहनों की अब ऑनलाइन निगरानी की जाएगी।
Election 2019: वोट डलवाने में लगे वाहनों में लगाया यह यंत्र, साहब की पल-पल की बताएगा लोकेशन
बूंदी. चुनाव ड्यूटी के दौरान अधिग्रहण वाहनों की अब ऑनलाइन निगरानी की जाएगी। जी हां! अधिकारी कक्ष में बैठे-बैठे वाहनों की लोकेशन देख सकेंगे। इससे वाहनों में बैठे अधिकारी अपनी गलत लोकेशन नहीं बता सकेंगे। इसके लिए वाहनों में जीपीएस लगाने का काम शुरू हो गया। लोकसभा चुनाव में पहली बार यह निर्णय किया गया है।
लोकसभा चुनाव के दौरान निष्पक्षता एवं पारदर्शिता को सुनिश्चित करने को लेकर इस बार चुनाव आयोग के इसके लिए निर्देश जारी किए थे।आदेश के बाद रिजर्व ईवीएम ले जाने वाले वाहनों व चुनाव ड्यूटी में लगे सेक्टर मजिस्ट्रेट, फ्लाइंग स्क्वार्ड, एसएसटी व वीएसटी टीम के वाहनों की आवाजाही पर ऑनलाइन निगरानी रखी जाएगी। इसके लिए वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाए हैं। बूंदी जिले में करीब १६४ वाहनों में यह जीपीएस सिस्टम लगाया गया है।
नियत्रंण कक्ष से होगी टैकिंग
जीपीएस लगाए जाने के बाद इन वाहनों पर सहजता से निगरानी रखी जाएगी। इसके लिए जिला कलक्ट्रेट के चुनाव नियत्रंण कक्ष में बैठे-बैठे ही वाहनों की ट्रैकिंग की जाएगी। सहायक रिटर्निंग अधिकारी के यहां से भी मॉनिटरिंग की जा सकेगी। अधिकारी लिंक से गाड़ी की लोकेशन टे्रस कर सकेंगे। साथ ही वाहनों के आने-जाने व किसी एक स्थान पर लम्बे समय से खड़े होने के बारे में जानकारी मिल सकेंगी।
जीपीएस करेगा मदद
वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगने से वाहनों के दुरुपयोग पर अंकुश लगेगा। साथ ही अन्य अधिकारी के आने वाली समस्या का जीपीएस सिस्टम के माध्यम से मदद की जा सकेगी।
‘चुनाव ड्यूटी में लगे वाहनों पर जीपीएस सिस्टिम लगाए गए हैं। इससे वाहनों की लोकेशन पता चल सकेगी। वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगने से वाहनों का दुरुपयोग नहीं हो सकेग।’
करतार सिंह, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी, बूंदी