किसानों ने बताई पीड़ा
करीरी गांव के किसानों ने बताया कि आठ-आठ दिन से घूम रहे हैं, लेकिन पटवारी नकलें जारी नहीं करता और अधिकारी भी नहीं सुन रहे। हीरापुर के किसानों ने बताया कि उनके हलके के पटवारी को तीन दिन से ढूंढ रहे हैं, पटवारी ही नहीं मिल रहा। कांकरिया गांव के किसानों ने बताया कि करवर नायब तहसील में चार दिन से चक्कर काट रहे हैं। सोमवार को नायब तहसीलदार ने नैनवां पहुंचकर नकलें लेने की बात कही, लेकिन यहां कोई नकलें देने वाला ही नहीं है। किसान संघ करवर मंडल के अध्यक्ष राजेन्द्र नागर ने बताया कि किसान आठ-आठ दिनों से चक्कर काट रहे हैं। पटवारी मिलते नहीं और अधिकारी सुनते नहीं।
करीरी गांव के किसानों ने बताया कि आठ-आठ दिन से घूम रहे हैं, लेकिन पटवारी नकलें जारी नहीं करता और अधिकारी भी नहीं सुन रहे। हीरापुर के किसानों ने बताया कि उनके हलके के पटवारी को तीन दिन से ढूंढ रहे हैं, पटवारी ही नहीं मिल रहा। कांकरिया गांव के किसानों ने बताया कि करवर नायब तहसील में चार दिन से चक्कर काट रहे हैं। सोमवार को नायब तहसीलदार ने नैनवां पहुंचकर नकलें लेने की बात कही, लेकिन यहां कोई नकलें देने वाला ही नहीं है। किसान संघ करवर मंडल के अध्यक्ष राजेन्द्र नागर ने बताया कि किसान आठ-आठ दिनों से चक्कर काट रहे हैं। पटवारी मिलते नहीं और अधिकारी सुनते नहीं।