scriptराजस्थान में भारी बारिश के अलर्ट के बाद यहां बने बाढ़ के हालात, घर हुए पानी-पानी, डूब गया मंदिर! | Flood Situation in Bundi After Heavy Rain in Rajasthan | Patrika News

राजस्थान में भारी बारिश के अलर्ट के बाद यहां बने बाढ़ के हालात, घर हुए पानी-पानी, डूब गया मंदिर!

locationबूंदीPublished: Aug 15, 2019 08:52:09 am

Submitted by:

dinesh

Heavy Rain in Rajasthan: बरसात ( Heavy Rain in Rajasthan ) के चलते नमाना सहित मालीपुरा गांव में बाढ़ के हालात ( Flood Situation ) जैसे हो गए हैं। नमाना कस्बे के तलाई मोहल्ले में घरों में पानी भर गया है। बारिश के कारण सडक़ों पर 3-3 फीट पानी जमा हो गया है…

Heavy Rain in Rajasthan
बूंदी/नमाना। राजस्थान में मौसम विभाग ( IMD ) की भारी बारिश ( Heavy Rain ) की चेतावनी के बाद प्रदेश में जोरदार बारिश का दौर जारी है। जिससे कई इलाके पानी में तब्दील होने लगे है। बूंदी जिले के नमाना सहित आसपास के क्षेत्र में बुधवार सुबह से हो रही बरसात ( Heavy Rain in Rajasthan ) के चलते नमाना सहित मालीपुरा गांव में बाढ़ के हालात ( Flood Situation ) जैसे हो गए हैं। नमाना कस्बे के तलाई मोहल्ले में घरों में पानी भर गया है। बारिश के कारण सडक़ों पर 3-3 फीट पानी जमा हो गया है। जलभराव के कारण तेजाजी के मंदिर में भी पानी पहुंच गया है और मंदिर परिसर पूरी तरह से पानी से लबालब हो चुका है। वहीं मालीपुरा गांव में पानी की आवक अधिक होने के चलते घरों में पानी जा पहुंचा है। जिस के चलते ग्रामीण घरों निकल कर सडक़ पर आ गए हैं।
यह भी पढ़ें

राजस्थान में भारी से भी भारी बारिश की चेतावनी, आज यहां मूसलाधार बारिश मचा सकती है तबाही, रहें सावधान

नमाना श्यामू मार्ग पर स्थित घोड़ा पछाड़ नदी की पुलिया पर भी पानी आने से मार्ग अवरूद्ध हो चुका है। वहीं नमाना बरूंधन मार्ग की पुलिया पर पानी आने के चलते नमाना बरूंधन मार्ग भी अवरूद्ध है। बीते 20 दिनों से बरसात होने के चलते यह मार्ग तीन बार बंद हो चुके हैं। श्यामू गांव में चंदा का तालाब घोड़ा पछाड़ नदी का पानी आने के चलते गांव से लगे खेत जलमग्न हो गए हैं। वहीं अब गांव में पानी घुसने के कगार पर है। चारों तरफ से पानी होने के चलते क्षेत्र के 4 गांव का संपर्क नमाना मुख्यालय वह बूंदी जिला मुख्यालय से कट गया है। श्यामू पालकिया चंदा का तालाब दुल्हेपुरा सहित आधा दर्जन गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है इन 4 गांव को पानी ने चारों तरफ से घेर लिया है जिसके चलते अब गांव के लोगों का निकलना मुश्किल हो गया है।
वहीं बांसवाड़ा के माही बांध ( Mahi Dam ) में जल आवक बने रहने पर बुधवार को 16 गेट खोले गए। बांध में 37500 क्यूसेक पानी की आवक के मुकाबले 35000 क्यूसेक छोड़ा गया। कोटा बैराज के 13 गेट खोल 5-5 फीट खोलकर 78 हजार क्यूसेक पानी की निकासी गई।
ये मार्ग रहे बंद
कोटा जिले में कोटा-सांगोद मार्ग। कोटा-सुल्तानपुर, श्योपुर, कोटा-कनवास वाया अरण्डखेड़ा तथा चेचट-अमझार मार्ग। ताकली में उफान के कारण चेचट-अमझार मार्ग। बूंदी जिले में हिण्डोली-चेनपुरिया मार्ग अलोद – चेता मार्ग, रायथल-ऐबरा, गेण्डोली-झालीजी का बराना, नमाना -बरूंधन, नमाना- बूंदी, गरड़दा- नमाना, बिजौलिया -गरड़दा, आमली- नमाना, श्यामू-नमाना, कालानला-बांसी मार्ग।
बारां किशनगंज क्षेत्र के कागला बमोरी गांव के समीप परवन नदी में एक टीले पर 5 युवक फंस गए। रेस्क्यू टीम ने उन्हें निकालने का अभियान शुरू किया है। उधर, कोटा के बड़ौद कस्बे में कालीसिंध में एक युवक बह गया और प्रतापगढ़, भीलवाड़ा में दो लोगों की मौत हो गई। हिण्डोली में बाइक से जा रहा एक युवक आकोदा खाल पार करते समय बह गया।

ट्रेंडिंग वीडियो