आजादी के बाद पहली बार इस गांव में निकाली दूल्हे की बिंदौरी
बूंदीPublished: Jan 24, 2022 10:41:07 pm
पिता ने बेटे की घोड़ी पर बिंदौरी निकलवाने की गुहार की तो कलक्टर ने निकलवाई बिंदौरी, एसपी भी पहुंचे
आजादी के बाद पहली बार इस गांव में निकाली दूल्हे की बिंदौरी
बूंदी. दलित दूल्हे भी शान के साथ घोड़ी पर बैठ बिंदौरी निकाल सकें, इसके लिए जिला कलक्टर रेणु जयपाल की पहल पर चड़ी गांव में दलित दूल्हे की बिंदौरी निकलवाई। आजादी के बाद पहली बार ऐसा मौका आया जब दलित दूल्हे की घोड़े पर बिंदौरी निकल सकी। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने भी जिला प्रशासन की इस पहल को सराहा।
जानकारी के अनुसार तालेड़ा के बक्शपुरा निवासी हीरालाल मेघवाल ने 7 जनवरी को जिला कलक्टर को प्रार्थना पत्र देकर अपने पुत्र की चड़ी गांव में होने वाली शादी में घोड़े पर बिंदौरी निकालने की जानकारी देते हुए आवश्यक प्रबंध की गुहार की थी। इसमें बताया था कि जिले के ग्राम चड़ी में समाज के दूल्हे को कभी भी घोड़ी पर बिठाकर बिन्दौरी नहीं निकाली गई है। प्रथम बार बिन्दौरी गांव से निकाली जाएगी, जिसमें कुछ लोगों के विरोध करने की आशंका है। इसे गंभीरता से लेते हुए जिला कलक्टर ने त्वरित कार्रवाई के लिए पत्र को पुलिस अधीक्षक को भेजकर प्रभावी कार्य योजना के लिए संबंधित उपखंड अधिकारी एवं संबंधित अधिकारियों को भी निर्देशित किया। जिला कलक्टर ने कहा कि दलित दूल्हों को घोड़ी से उतारने घटनाएं समाज के लिए कलंक हैं। हमारा यह प्रयास है, ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा नहीं हों। गांवों में सामाजिक सदभाव बना रहे। इसी क्रम में जिला कलक्टर, पुलिस अधीक्षक जय यादव चड़ी गांव पहुंचे और अपनी मौजूदगी में बिंदौरी निकलवाई। दूल्हे पर पुष्प वर्षा की और नव युगल को आशीर्वाद दिया।
यह रहे मौजूद
बिंदौरी निकलवाने के लिए जिला कलक्टर, पुलिस अधीक्षक के साथ ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक किशोरी लाल, केशवरायपाटन वृताधिकारी शंकरलाल मीणा, उपखंड अधिकारी बलवीर सिंह, केशवरायपाटन थाना प्रभारी लोकेंद्र पालीवाल, कापरेन, तालेड़ा थाना प्रभारी के साथ अतिरिक्त पुलिस जाप्ता तैनात रहा।
पसरा रहा सन्नाटा
गांव में प्रशासनिक लवाजमे को देख कर दिनभर सन्नाटा पसरा रहा। प्रशासन ने इसको लेकर दो दर्जन लोगों को नोटिस जारी किए थे। आधा दर्जन लोगों को पाबंद करवाया था।