इन लोगों ने बड़ी इनाम देने के नाम पर अलग-अलग किस्तों में दी गई तीन लाख 72 हजार 800 रुपए की राशि हड़प ली। करीब 143 सदस्यों से धोखाधड़ी की गई है। संस्था की शर्तो के अनुसार संचालकों को तीन माह बाद बड़ी इनामें दी जानी थी, तीन माह बाद न कोई इनामें दी गई और न ही उनसे ली गई राशि लौटाई गई। कम्पनी के चारों संचालक राशि हड़पकर गायब हो गए। पुलिस ने चारों के खिलाफ धोखाधड़ी कर लाखों की राशि हड़पने का मामला दर्ज कर जांच एसआई सत्यनारायण जांगिड़ को सौंपी है।
फिर भी हड़पते रहे राशि पुलिस के अनुसार चिटफंड कम्पनी जय अम्बे एन्टरप्राइजेज को पुलिस ने 25 जून 2016 को ही बंद करवा दिया था। उसके बाद भी संचालक कम्पनी का संचालन करके लोगों से राशि हड़पते रहे। कस्बे के टोडापोल के बाहर जयअम्बे एन्टरप्राइजेज के नाम से एक दुकान में चिटफंड कम्पनी का कार्यालय संचालित होने की सूचना पर नैनवां थाना पुलिस ने कम्पनी के कार्यालय को सीज कर कम्पनी संचालों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। सीज किए कार्यालय से न्यायालय से आदेश पर रिकार्ड जब्त किया था।