बूंदीPublished: Apr 07, 2019 12:41:14 pm
पंकज जोशी
रानीपुरा में जलदाय विभाग व ग्राम पंचायत के पानी के स्रोत रित जाने से लोगों को खेतों पर लगे नलकूपों से पानी जुटाना पड़ रहा है।
गांव में जलस्त्रोतों के सूखे हलक, तो खेतों के नलकूप बने सहारा
भंड़ेडा़. रानीपुरा में जलदाय विभाग व ग्राम पंचायत के पानी के स्रोत रित जाने से लोगों को खेतों पर लगे नलकूपों से पानी जुटाना पड़ रहा है। गांव में पिछले तीन माह से पानी की समस्या चल रही है। जानकारी के अनुसार रानीपुरा में जलदाय विभाग द्वारा गुर्जर मोहल्ले में लगाए गए नलकूप में पांच माह से पानी रित चुका है वही माली मोहल्ले में तेजाजी मन्दिर के पास लगे दो नलकूपों में भी पानी रित चूका है और पानी की टंकियां सूखी पड़ी है। ग्राम पंचायत के अलग अलग मोहल्ले में लगे नलकूपों में भी पानी रित चूका है जिसके कारण सभी जलस्त्रोत बन्द पड़े हुए है।
जलदाय विभाग ने एक अप्रैल से गांव में पेयजल के लिए स्वीकृत टेंकर भी पहुंच रहें है मगर ग्रामीणों की तीन टेंकर से पूर्ति नहीं हो पा रही है। ग्रामीणों को पर्याप्त पानी नही मिलने से खेतों पर लगे नलकूपों पर पहुंचकर पानी जुटाना पड़ रहा है।
ग्रामीण जुगल शर्मा, हरिराम गुर्जर, फोरूलाल सैनी, रशीद मोहम्मद, वहिद मंसूरी आदि ग्रामीणों ने बताया की गांव कि आबादी को देखते हुए विभाग ग्रामीणों के पानी की व्यवस्था को लेकर गम्भीरता नहीं दिखा पा रहा है। गांव की इस समस्या को कई बार विभाग को अवगत करवाया जा चुका है।
गांव की आबादी के आधार पर प्रति व्यक्ति पीने के लिए दस लीटर पानी देना है जो इस समय तीन टेंकर पहुंच रहे है फिर भी आबादी के आधार पर कम पड रहे होगे तो दिखवा लेते है। टेंकर बढा कर व्यवस्था करवाने का प्रयास करेंगे।
घनश्याम कलवार, सहायक अभियंता जलदाय विभाग हिण्डोली