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Ganesh Chaturthi 2018:बप्पा की अगवानी को तैयार छोटीकाशी, घर-घर विराजेगें मंगलमूर्ति…

locationबूंदीPublished: Sep 12, 2018 08:24:22 pm

Submitted by:

Suraksha Rajora

स्वाति नक्षत्र के दुर्लभ संयोग में आई गणेश चतुर्थी

Ganesh Chaturthi 2018:Bappa's reception is ready for a small, home-hou

Ganesh Chaturthi 2018:बप्पा की अगवानी को तैयार छोटीकाशी, घर-घर विराजेगें मंगलमूर्ति…

बूंदी. प्रथम पूज्य भगवान गणेश की दस दिवसीय स्थापना पूजन को लोग पूरे साल इंतजार करते हैं। इस बार की गणेश चतुर्थी बहुत खास है ज्योतिषाचार्य अमित जैन के अनुसार इस बार बहुत अच्छा संयोग पड़ रहा है। जिसके तहत पूजन करने से व्यक्ति की सारी मनोकामनाएं पूरी होंगी।
गणेश चतुर्थी का पर्व भाद्रपद की शुक्ल चतुर्थी से शुरू होता है। इस बार नक्षत्रों की स्थिति के अनुसार गुरू स्वाति योग बन रहा है। ये 27 नक्षत्रों में 15वें स्थान का माना जाता है। चूंकि गणेश जी बुद्धि के देवता और गुरू समृद्धि के इसलिए फल ज्यादा शुभदायी होगा।

इस दिन.स्वाति नक्षत्र का स्वामी ग्रह वायु देव होते हैं। इस नक्षत्र के चारों चरण तुला राशि के अंतर्गत आते हैं जिसका स्वामी शुक्र है। वहीं चतुर्थी के गुरूवार को पडऩे से ये महासंयोग बन रहा है। इस दिन गणपति की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में आ रही मुश्किलें खत्म होंगी और उसे सारे सांसारिक सुखों की प्राप्ति होगी।

अंक ज्योतिष के अनुसार इस दिन अंकों का भी संयोग बन रहा है क्योंकि चतुर्थी तिथिका चार अंक है इस दिन 13 सितंबर का मूलांक भी 4 होता है। इस ग्रह का स्वामी राहु होता है। इसलिए इस बार गणेश जी की पूजा करने से राहु के दोष से भी मुक्ति मिलेगी।

गणेश चतुर्थी पूजा का शुभ मुहूर्त

मध्यकाल में गणेश पूजन का समय – सुबह 11.09 से 01.36 तक। मुहूर्त की अवधि – 2 घंटे 45मिनट। सुबह 11.09 से 01.25 तक वृश्चिक लग्न सर्वश्रेष्ठ है….

शुभ सुबह 06.15से 07.47 तक
चर ,लाभ सुबह 10.51 से 01.30 तक
सायकलं शुभ 04.59 से 06.31 तक

चंद्र दर्शन निषेध

इस दिन यानी गणेश चतुर्थी के दिन चन्द्र-दर्शन निषेध माना जाता है। शास्त्रों में कहा गया है कि गणेश चतुर्थी के दिन चंद्र दर्शन करने से मिथ्या दोष लग सकता है। जिस कारण से भक्तों को झूठे आरोपों से सामना करना पड़ता है। इस दिन चांद नहीं देखने का एक विशेष समय निर्धारित होता है। आज के दिन चंद्रमा को नहीं देखने का समय – चंद्रोदय से रात 09. 22 बजे तक।

बाजार में इस बार अलग-अलग रूप में गणेश मूर्तियां मौजूद हैं। भक्त जोश उत्साह के साथ गणेश उत्सव मनाएंगे। शहरभर में मिट्टी की मूर्तियों को लेकर लोगों में रूझान बढ़ा है। घर-घर मिट्टी के गणेशजी विराजमानहोने को लेकर लोग संकल्पब है। इस बार कहीं भोले के रूप में तो कहीं नंदी के ऊपर बैठे गणेश दर्शन देते नजर आएंगे।
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