जिला अस्पताल में दो श्वान नोंच कर खा गए मृत नवजात शिशु, सिर्फ पैर बचे
बूंदीPublished: Dec 02, 2022 09:09:21 pm
बाल कल्याण समिति व पुलिस मौके पर पहुंची


जिला अस्पताल में दो श्वान नोंच कर खा गए मृत नवजात शिशु, सिर्फ पैर बचे
बूंदी.सामान्य चिकित्सालय केे टीबी क्लिनिक में शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक मंजर देखने को मिला, जिसमें दो श्वान एक मृत नवजात शिशु को नोंचकर खा गए, सिर्फ दोनों पैर शेष बचे, जिसने यह घटना सुनी हर कोई दंग रह गया। सूचना पर बाल कल्याण समिति व कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और मृत शिशु के पैर मोर्चरी में रखवाए।
जानकारी अनुसार गेंडोली थाना के महुआ का देवजी थाना गांव की कालबेलिया महिला गुड्डी बाई के प्रसव पीड़ा होने पर बुधवार को जनाना अस्पताल में भर्ती कराया गया। गुरुवार रात्रि के करीब 7.30 बजे प्रसूता ने मृत नवजात शिशु (बालिका) को जन्म दिया। चिकित्सकों ने कागजी कार्रवाई कर रात के करीब 2 बजे नवजात शिशु का शव सौंप दिया। परिजनों अस्पताल परिसर के पीछे झाडिय़ों में रात केे करीब 3 बजे गड्ढ़ा खोदकर मृतक बच्ची को वहीं दफना दिया। सुबह टीबी क्लिनिक के पास मृत शिशु को दो श्वान मुंह में लेकर घुमते हुए राहगिरों व कर्मचारियों ने देखा। श्वान के मुंह में नवजात के ऊपर का हिस्सा था। चिकित्सालय परिसर में बनी पुलिस चौकी को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और श्वान से नवजात शिशु को छुड़ाया। जब तक दोनों श्वान नवजात के पैर के ऊपर का हिस्सा पूरा खा चुके थे। बाल कल्याण समिति अध्यक्ष सीमा पौद्दार व कोतवाली थाना प्रभारी सहदेव मीणा मौके पर पहुंचे।अधिकारियों ने जानकारी जुटाई। चिकित्सकों की मदद से पुलिस ने परिजनों को बुलाया।बाद में नवजात शिशु को मोर्चरी में रखवाया और पोस्टमार्टम कराकर पुलिस ने परिजनों को सुपुर्द कर दिया। सीआई ने बताया कि प्रसूता के पति ने रिपोर्ट दी है। मामले में जांच की जारी है। इधर. अस्पताल में अव्यवस्था को लेकर भाजपा कार्यकर्ता ने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी के समझा नाराजगी जताई।
पत्थर मारा तो
भागे श्वान
प्रत्यक्षदर्शी लैब टैक्नीशियन हरीश जांगिड़ ने बताया कि सुबह ड्यूटी समय कोविड़ सेंटर के बाहर खड़े थे, अचानक दो श्वान पर नजर पड़ी। उसके मुंह में नवजात शिशु दिखा। पास पहुंचे तो श्वान टीबी क्लिनिक परिसर में भाग गया। नवजात शिशु को बचाने की कोशिश की, पत्थर मारा तो श्वान टीबी क्लिनिक की और भाग गया। वहां गए तो श्वान दूर लेकर चला गया और परिसर में खड़ी एंबुलेंस के नीचे छिप गया। यहां वहां ढूंढा नहीं मिला। अचानक एबुलेंस की ओर पत्थर मारा तो श्वान बाहर निकले और नवजात को वहीं छोड़ गए। देखा तो ऊपर का हिस्सा दो श्वान नोंच कर खा गए। सिर्फ दोनों पैर बचे थे। यह मंजर देख अचंभित रह गए।
दफनाया या यू ही कपड़े में लिपटकर छोड़ गए
पुलिस के अनुसार परिजन मृत नवजात शिशु को दफनाने के बजाया यू ही कपड़े मेंं लपेटकर झाडिय़ों के यहां रखकर चले गए। पुलिस ने मौका भी देखा,तभी श्वान आसानी से नवजात को लेकर चले गए। पुलिस ने चिकित्सकों से सम्पर्क कर परिजनों को ढूढ़ा।
& अस्पताल परिसर में नवजात शिशु को दफनाने का मामले सामने आया है, जो गलत है। परिजनों को बुलाकर पूरी जानकारी ली जाएगी।
डॉ.नरेश पाल ङ्क्षसह, पीएमओ, बूंदी