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जीवनदायिनी के एनिकटों में रीता पानी गहराया भूजल संकट

locationबूंदीPublished: Apr 26, 2019 09:12:57 pm

बड़ानयागांव क्षेत्र की जीवनदायिनी मानी जाने वाली मेजनदी पर बने एनिकटों पर पानी रीत जाने से गांवों में पेयजल संकट गहरा गया है।

jeevanadaayinee ke enikaton mein reeta paanee gaharaaya bhoojal sankat

जीवनदायिनी के एनिकटों में रीता पानी गहराया भूजल संकट

बड़ानयागांव. बड़ानयागांव क्षेत्र की जीवनदायिनी मानी जाने वाली मेजनदी पर बने एनिकटों पर पानी रीत जाने से गांवों में पेयजल संकट गहरा गया है। नदी पूरी तरह से मैदान में तब्दील हो गई है। इससे भूजल गहरा जाने से ग्रामीणों व मवेशियों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। पिछले वर्ष क्षेत्र में बरसात कम होने से नदी पर बने एनिकट खाली रह गए थे। इस कारण सर्दी के दिनों में ही भूजल गहरा जाने से ग्रामीणों के सामने पेयजल संकट खड़ा हो गया था। इसके बाद जलदाय विभाग की ओर से क्षेत्र में भूजल रिचार्ज के लिए जिला कलक्टर से गुढ़ाबांध का पानी मेज नदी में छोडऩे की मांग की गई थी। कलक्टर की सहमति के बाद जल संसाधन विभाग की ओर से फरवरी माह में बांध का पानी नहरों के माध्यम से मेज नदी में छोड़ा गया था। जिससे मेज नदी में बने बोरखेड़ा एनिकट देवरिया महादेव, अशोकनगर बीचडी, चेता, अलोद, दबलाना एनिकट पानी से लबालब हो गया था। इससे भूजल रिचार्ज होने से ग्रामीणों को पेयजल संकट से राहत मिल गई थी। अब इन दिनों नदी में पानी सूखने से पेयजल संकट खड़ा हो गया है।

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