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खेतों में दफन हो गए कास्तकारों के अरमान

locationबूंदीPublished: Sep 24, 2018 09:23:02 pm

Submitted by:

Devendra

जिले में बीते दिनों हुई बारिश से किसानों के अरमान खेतों में दफन हो गए हैं।

kheton mein daphan ho gae kaastakaaron ke aramaan

खेतों में दफन हो गए कास्तकारों के अरमान

बूंदी. जिले में बीते दिनों हुई बारिश से किसानों के अरमान खेतों में दफन हो गए हैं। कई गांवों में तो सैकड़ों बीघा में खराबा हुआ है। धूप निकलने के बाद मंगलवार को किसान खेतों में पहुंचे तो पकी हुई फसल में नुकसान को देखना मुश्किल हो गया। तिल्ली और उड़द पूरी तरह से नष्ट हो गया। सोयाबीन और मक्का में भी नुकसान झेलना पड़ेगा।यही हाल धान की फसल में देखने को मिले हैं। इधर, किसानों और क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की सरकार से खराबे का सर्वे कराकर मुआवजा दिलाने की मांग जोर पकडऩे लगी हैं।


कैसे करेंगे पैसों का चुकारा
झालीजी का बराना. कस्बे सहित क्षेत्र में बारिश से उड़द की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है। यहां किसानों ने बताया कि इस बार तो ज्वारे के पैसों का भी चुकारा नहीं हो सकेगा। ऐसे में खाद और बीज के लिए लिया गया कर्जा कैसे चुका पाएंगे।


रामगंजबालाजी. क्षेत्र के नयागांव, भैरूपुरा ओझा, रायथल, अंथड़ा, बम्बोरी, लीलेड़ा व्यासन सहित दर्जनों गांव में उड़द, मूंग की कट कर पड़ी फसल में पानी भर जाने से गल गईहै। बूंदी कांगे्रस ब्लॉक अध्यक्ष चेतराम मीणा, भैरूपुरा सरपंच मीना मीणा, लीलेड़ा व्यासान सरपंच पे्रमशंकर राठौर, नयागांव की मोत्या बाई धाभाई, बम्बोरी के बाबूलाल मीणा, रायथल के रामावतान आदि ने प्रशासन से गांवों में सर्वे करवाकर मुआवजा दिलाने की मांग की है।


दबलाना.क्षेत्र के दबलाना, भवानीपुरा, रेण, रानीपुरा, लोधा का झौपड़ा, धाबाईयों का नयागांव, बडग़ाव आदि गांवों में फसले नष्टहो चुकी है।किसानें ने खराब फसलों का सर्वे करा कर मुआवजा दिलवाने की मांग की है।


पेचकी बावड़ी. क्षेत्र के स्वरूपगढ़ निवासी किसान शोकरण मीणा के खेत में बरसात से लगभग तीस बीघा उड़द की फसल सड़ गई। खेत में फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई। जिससे किसान को आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है।


देई. कस्बे सहित आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में रविवार को भी बरसात हुई। जिससे खेतों में खड़ी व कटी हुई फसलें खराब हो गई। देई निवासी किसान गोपीलाल मीणा व गोपाल लाल धाकड़ ने बताया कि खेतों में उड़द के साथ सभी तरह की फसलें खराब हो गई। किसानों को इससे काफी नुकसान हुआ। किसानों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है।


कापरेन. शहर सहित क्षेत्र में पिछले दिनों हुई बरसात से किसानों के अरमानों पर फिर से पानी फिर गया। क्षेत्र में उड़द व सोयाबीन की फसल को काफी नुकसान हुआ है। बालोद, आजंदा, हिंगोनिया, बलकासा के किसानों की हालत खराब है।


रोटेदा. बरसात से किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया। क्षेत्र में सैकड़ों बीघा उड़द व अड़तीस सौ बीघा सोयाबीन की फसल खराब हो चुकी है। माइनर अध्यक्ष राधाकिशन गुर्जर के नेतृत्व में आधा दर्जन किसान पटवार घर पहुंचे। लेकिन पटवारी नहीं मिला।


बसोली. बसोली क्षेत्र के आधा दर्जन ग्राम पंचायतों में बरसात से उड़द की फसल को काफी नुकसान होने से किसान मायूस हो गए हैं। पूर्व पंचायत समिति सदस्य अशोक कुमार ने बताया कि बसोली क्षेत्र में ग्राम पंचायत नेगढ़, खेरखटा, खीण्या, ओवण, बसोली, विजयगढ़ देवजी का थाना सहित अन्य गांव में बारिश से उड़द की फसल को काफी नुकसान हुआ है।


तलवास. तलवास पंचायत के किसानों की बरसात से फसल खराब हो गई है। किसानों ने बताया कि उड़द फसल खेतों में ही खराब हो चुकी है। किसान रामकल्याण गुर्जर, छोटू लाल तेली, राम गोपाल गुर्जर ने बताया कि फसल खराब होने से हंकाई, जुताई व बीज के लिए खर्च किया पैसा भी चुका पाना मुश्किल हो गया है।


लबान. क्षेत्र के किसानों ने उपखंड अधिकारी लाखेरी को ज्ञापन सौंपकर बरसात से खराब हुई फसलों का सर्वे कराकर उचित मुआवजा दिलाने की मांग की। लबान, गुहाटा, कोटाखुर्द, बहडावली, चहीचा, माखिदा, बड़ाखेड़ा गांवों के लगभग दो दर्जन किसानों ने उपखंड अधिकारी को फसल खराबे से अवगत कराया। इस दौरान माखीदा सरपंच पवन कुमार मीणा, लबान उपसरपंच बुद्धि प्रकाश मीणा, बाबूलाल मीणा सहित कई किसान मौजूद थे।


बरसात से उड़द की फसल खराब
हिंडोली. बीते दो दिनों में हुई बरसात से खेतों में कटकर पड़ी उड़द की फसल को काफी नुकसान हुआ है। जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। ग्राम सुखपुरा के किसान महावीर गुर्जर ने बताया कि उसके खेत में आठ बीघा उड़द की फसल कटकर पड़ी हुई थी। तभी बरसात शुरू हो गई, जिससे फसल खराब हो गई। वहीं देवीलाल गुर्जर, धरमा गुर्जर ने बताया कि सुखपुरा, सहसपुरिया, चैनपुरिया, ब्राह्मणों की झोपडिय़ां, टोकड़ा, सिंघाड़ी, रामपुरिया गांव में उड़द की फसल काट कर खेतों में रखी थी। सुरेश शर्मा ने सर्वे के लिए कृषि मंत्री को पत्र भेजा है।

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