बूंदीPublished: Jul 22, 2018 12:49:45 pm
Nagesh Sharma
उच्च न्यायालय के न्यायाधीश कल्पेश एस झवेरी ने कहा कि छोटी जगहों पर विधिक चेतना शिविरों का आयोजन काफी लाभदायक साबित हो रहे है।
लाभदायक साबित हुई विधिक सेवा समितियां
नैनवां. उच्च न्यायालय के न्यायाधीश कल्पेश एस झवेरी ने कहा कि छोटी जगहों पर विधिक चेतना शिविरों का आयोजन काफी लाभदायक साबित हो रहे है।
न्यायाधीश झावेरी ने यह बात शनिवार शाम को राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व जिला प्रशासन की ओर से शनिवार शाम को नैनवां के मॉडल विद्यालय में आयोजित मेगा विधिक चेतना एवं जनकल्याणकारी शिविर में मुख्य अतिथि के पद से सम्बोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि कानून की जानकारी के साथ-साथ सरकारी की कल्याकारी योजना का लाभ पहुंचाने के लिए शिविर प्रभावशाली बनते जा रहे हैं। समारोह की अध्यक्षता करते हुए उच्च न्यायालय के न्यायाधीश महेन्द्र माहेश्वरी ने कहा कि कानून के दरवाजे तक पहुंचने के लिए तालुका विधिक सेवा समिति सुन्दर, सौम्य सरल रास्ता है। साधन हमारे पास हैं। सेवा समिति ने साध्य के साथ साधन बनकर मिसाल कायम की है। समारोह को जिला सत्र न्यायाधीश उमाशंकर व्यास, जिला विधिक सेवा समिति के पूर्णकालिक सचिव मनीष हरजाई, बार कौंसिल आफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन बीरीसिंह सिनसिनवार व राजस्थान उच्च न्यायालय बार कौङ्क्षसल के पूर्व अध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा, नैनवां अभिभाषक परिषद के अध्यक्ष ओमप्रकाश गुर्जर ने भी सम्बोधित किया। संचालन राजकुमार दाधीच ने किया।
बाल विवाह रोकथाम के पोस्टर का विमोचन
न्यायाधीशों ने समारोह में बाल विवाह रोकथाम के पोस्टर का विमोचन किया। छात्र-छात्राओं पे बालिका भू्रण हत्या पर नाटिका का मंचन भी किया। अतिरिक्त जिला कलक्टर नरेश मालव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दशरथ सिंह, उपखंड अधिकारी पूजा सक्सेना, विकास पंचोली, पुलिस उपाधीक्षक महेन्द्र मेघवंशी, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट विजय सिंह महावर सहित कई न्यायिक अधिकारी भी मौजूद थे।
अतिथियों ने सामाजिक सुरक्षा व कल्याकारी योजनाओं के तहत लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र व बालिकाओं को साइकिलें वितरित की। समारोह के बाद उच्च न्यायालय के दोनों न्यायाधीशों ने नैनवां न्यायालय परिसर में सिविल न्यायालय एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया।