शहर के देवपुरा स्थित भगवान देवनारायण मंदिर से पूजा अर्चना के बाद भगवान देवनारायण की शोभायात्रा धूमधाम से रवाना हुई। जिसमें बड़ी संख्या में गुर्जर समाज के महिला, पुरुष व युवा शामिल हुए। सबसे आगे ध्वज पताका लिए समाज के युवा सजेधजे ऊंटों पर सवार होकर चल रहे थे। चौबीस बगडावतों की जीवंत झांकी आकर्षण का केंद्र रही। समाज की एकता का संदेश देती आधा दर्जन से अधिक झांकियां, डेढ़ दर्जन से अधिक ऊंट व घोड़े शोभायात्रा में चल रहे थे। डीजे बैंड की धुन व गीतों पर नाचते गाते समाज के लोगों का उल्लास देखते ही बनता था।
शोभायात्रा में सजीधजी बग्घी में देव विमान के दर्शनों को जन सैलाब उमड़ पड़ा। भगवान देवनारायण के भक्तों का रैला जब शहर के मुख्य बाजारों में पहुंचा तो हर कोई उसे देखते रहा गया। शहर के अहिंसा सर्किल, सूर्यमल्ल मिश्रण चौराहा, लंकागेट होते हुए बायपास रोड स्थित देवनारायण मंदिर पर शोभायात्रा पहुंची। यात्रा में अखिल भारतीय गुर्जर विकास संगठन जिलाध्यक्ष देवलाल चांदना सहित कई प्रमुख लोग शामिल थे।
युवा करतबों ने किया रोमांचित
शोभायात्रा में आधा दर्जन अखाड़ों में शामिल युवाओं ने हैरतअंगेज करतब दिखाकर लोगों को रोमांचित कर दिया। आंखों पर कपड़ा बांधकर तलवार घूमना, मोटरसाइकिल को उठाना, शरीर पर ट्यूब लाइट फोडऩा, चकरी फिराना, लकडी घूमना, मुंह से साइकिल उठाना सहित कई करतबों ने लोगों को आकर्षित किया।
खूब नाची घोडिय़ां
भगवान देवनारायण की शोभायात्रा में एक दर्जन से अधिक सजी धजी घोडियां व घोड़ों को ईशारों पर नचाया।