बूंदीPublished: Sep 18, 2018 06:06:24 pm
Nagesh Sharma
भजनों पर थिरकते युवा, जयकारे लगाते हुए समाजबंधु, सफेद पोशाक व गुलाबी वस्त्र पहने महिला-पुरुष।
महर्षि दधीचि के जयकारों के साथ निकली शोभायात्रा
बूंदी. भजनों पर थिरकते युवा, जयकारे लगाते हुए समाजबंधु, सफेद पोशाक व गुलाबी वस्त्र पहने महिला-पुरुष। अवसर था दाधीच समाज की ओर से शहर में निकाली गई महर्षि दधीचि जयंती का।
शहर के नाहर का चौहट्टा स्थित महर्षि दधीचि उद्यान से जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश दाधीच व जयंती संयोजक आलोक दाधीच की पूजा-अर्चना के साथ शोभायात्रा शुरू हुई। शोभायात्रा में सबसे आंगे ऊंट गाड़ी व घोड़े थे। एक बग्गी में मां दधीमति की झांकी शोभायात्रा में आकर्षण का केंद्र रही। महर्षि दधीचि का विमान लेकर समाजबंधु चल रहे थे।
शोभायात्रा नाहर का चौहट्टा, उपराला बाजार, कागजी देवरा, मोची बाजार, चौमुखा बाजार होती हुई महर्षि दधीचि उद्यान में सम्पन्न हुई। जहां समाजबंधुओं ने भगवान महर्षि की महाआरती उतारी। इससे पूर्व महर्षि उद्यान में पारितोषिक वितरण किया गया। इस दौरान मुख्य सलाहकार राजकुमार दाधीच, राजेंद्र दाधीच, सारंग दाधीच, अनिल दौराश्री, जयंती समन्वयक दिनेश दाधीच, प्रवक्ता लोकेश दाधीच, महिला अध्यक्ष सुलोचना दाधीच, शशि दाधीच, अर्चना दाधीच, दीप्ति दाधीच, कल्पना दाधीच, मिथलेश दाधीच आदि लोग मौजूद थे।
भजन संध्या में देर रात तक बरसा आनंद
देई. बाबा बख्तावर सिंह महाराज मेले में रविवार को तीसरे दिन भजन संध्या हुई। भजन संध्या की शुरूआत गणेश वंदना से हुई।
इसके बाद कलाकारों ने भजनों की जोरदार प्रस्तुतियों पर नृत्य पेश किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व विधायक प्रभुलाल करसोल्या थे। अध्यक्षता पंचायत समिति सदस्य सुरेंद्र गोयल ने की। विशिष्ठ अतिथि भाजपा ग्रामीण मण्डल देई अध्यक्ष रामजीलाल साहू, महामंत्री दीक्षांत सोनी, सरपंच बजरंग लाल नागर व पूर्व पंचायत समिति सदस्य मोहनलाल नागर रहे।
अतिथियों का सरपंच गीता सोनी, उपसरपंच रामचरण शर्मा व वार्ड पंचों ने स्वागत किया। पंचायत प्रतिनिधि विमल जैन ने बताया कि मंगलवार रात को सांस्कृतिक संध्या के साथ मेले का समापन होगा।
कंकाली माता का मेला शुरू
करवर. खजूरी पंचायत के फटूूकड़ा गांव में दो दिवसीय कंकाली माता का मेला शुरू हुआ। मेले का उद्घाटन खजूरी सरपंच साबूलाल मीणा ने किया। इस दौरान हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्कूली छात्रों ने राजस्थानी गीतों पर नृत्य व भजनों की प्रस्तुतियां दी। वहीं कबड्डी प्रतियोगिता भी हुई। जिसमें निर्णायक प्रधानाचार्य बृजमोहन मीणा व श्याम भारती रहे।