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पर्युषण शुरू, पूजा एवं भक्ति में रहेंगे लीन

locationबूंदीPublished: Sep 07, 2018 07:40:43 pm

Submitted by:

Nagesh Sharma

पर्युषण पर्व गुरुवार को शुरू हो गया। जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक खरतरगच्छ समिति बूंदी में हर्षियशा मारासाहब, मोक्ष रतना महाराज साहब एवं विधि रतना महाराज के सानिध्य में पर्युषण पर्व 13 सितम्बर तक रहेंगे।

paryushan shuroo, pooja evan bhakti mein rahenge leen

पर्युषण शुरू, पूजा एवं भक्ति में रहेंगे लीन

मंदिर पुजारी के भरोसे नहीं छोडऩा -मारासा
बूंदी.पर्युषण पर्व गुरुवार को शुरू हो गया। जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक खरतरगच्छ समिति बूंदी में हर्षियशा मारासाहब, मोक्ष रतना महाराज साहब एवं विधि रतना महाराज के सानिध्य में पर्युषण पर्व 13 सितम्बर तक रहेंगे।
इन पर्युषण में 8 दिन तक पूजा एवं भक्ति में समाज बंधु लीन रहेंगे। पहले दिन से ही मोक्ष तप शुरू हुए। जिसमें 7 दिन तक सभी लोग एकासन करेंगे एवं आठवें दिन उपवास करेंगे। इन 8 दिन में सभी लोग समाई, पोषत, पूजा करेंगे। व्याख्यान एवं कल्पसूत्र का वाचन सुबह साढ़े नौ बजे से होगा। 8 दिन तक दादाबाड़ी, नागदीबाजार मंदिर एवं बालचंद पाड़ा स्थित मंदिर में नियमित पूजा शांति कलश एवं आरती होगी। अलका छाजेड़ व दिनेश भाई करेड़ी का 23 वां उपवास है, कुशल सिंह चौधरी व गुलाब बाई भंडारी के 8 उपवास का पारणा हुआ। गुरुवार से 10 उपवास की तपस्या शुरू हो गई।
समाज के प्रवक्ता आदित्य भंडारी ने बताया कि निखिल भंडारी के उपवास की तपस्या चालू हुई। 8 साल के शुभ भंडारी ने एकासन किया। मारासा मोक्षरत्नाजी ने अपने प्रवचन में बताया कि जैन श्रावक 5 प्रकार के होते है, उसमें सबसे उत्तम श्रावक सदया श्रावक होता है।
जो कि नियमित जिन मंदिर जाता हो, जो कि अपनी यथाशक्ति तप करता हो एवं नियम से चलता हो।सभी से कहा कि मंदिर आपका है या पुजारी का। अगर आपका है तो उसे हमें पुजारी के भरोसे नहीं छोडऩा है, हमें खुद वहां पर नियमित पूजा करनी चाहिए।
रामेश्वर महादेव के बड़ी परिक्रमा आज

परिक्रमा करीब आठ किलोमीटर की होगी
आकोदा (बूंदी). रामेश्वर महादेव के हरवर्ष की तरह इस वर्ष भी भादवे की त्रयोदशी पर शुक्रवार को बड़ी परिक्रमा लगाई जाएगी।इस परिक्रमा में आस-पास के गांवों से भी ग्रामीण शामिल होंगे।महादेव के पुजारी ओम पाराशर ने बताया कि परिक्रमा सुबह ९ बजे शुरू होगी। परिक्रमा करीब आठ किलोमीटर की होगी और शाम चार बजे करीब पूरी होगी।
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