पकड़े गए ट्रक में २६ गोवंश ठूंस-ठूंस कर भरे हुए थे। जिनमें से दो गोवंशों की मंगलवार को मौत हो गई। हिण्डोली थाने के ड्युटी अधिकारी शोराज मीणा ने बताया कि बछड़ों से भरे ट्रक को पकडऩे के बाद पुलिस के अधिकारियों को सूचना दी। जिस पर उन्होंने गोवंश को बूंदी बायपास स्थिति गोशाला में उतारने को कहा। लेकिन गौशाला संचालक ने बछड़ों को गोशाला में जगह नहीं होने की बात कहकर उतारने से मना कर दिया। जिस पर दोपहर को ट्रक को हिण्डोली लेकर गए।
जहांं से चतरगंज के निकट गंगरवालजी के स्थल पर ग्रामीणों की मदद से गोवंश को उतरवाया। उन्होंने बताया कि यहां कि समिति को गोवंश संभालाया जाएगा। लोगों की मदद से गायों को चारा डलवाया गया। वहीं इस मामले में अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर ट्रक को जब्त किया है।
पुलिस कंट्रोल रूम पर करते रहे फोन नहीं आई पुलिस
गो रक्षा दल के पदाधिकारियों ने बताया कि सोमवार रात को सूचना मिली कि डिग्गी मालपुरा से गोवंश से भरा ट्रक बूंदी की ओर आ रहा है। इस पर रात को टोल नाके पर नाकाबंदी शुरू कर दी। देर रात को 12 बजे ट्रक टोल पर पहुंचा। टोल से निकलते ही गो रक्षा दल ने पुलिस कंट्रोल रूम को गोवंश से भरे ट्रक की सूचना दी, ताकि पुलिस नाकाबंदी करके पकड़ ले। ट्रक टनल तक आ गया, लेकिन पुलिस ने कोई नाकाबंदी नहीं की। इस पर ट्रक को रोकने के लिए गोरक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने टनल के बाहर नाकाबंदी करने की कोशिश की।
वाहनों को हाइवे पर लगाने लगे, इतने में गोवंश वाले ट्रक के आगे चल रही एक कार ने वाहन के टक्कर मार दी। जिससे एक गो रक्षा दल का कार्यकर्ता भी मामूली चोटिल हुआ है। ऐसे में ट्रक चित्तौड़ रोड के यहां फ्लाई ओवर से वापस हिण्डोली की ओर घूम गया। इस पर गो रक्षा दल ने वापस पुलिस कंट्रोल रूम पर फोन कर बताया कि ट्रक हिण्डोली की ओर जा रहा है। बाद में तालाब गांव के अंदर ट्रक घुस गया, जहां पर चालक ट्रक छोडक़र भाग गया। बाद में हिंडोली पुलिस व सदर थाना पुलिस आई। उनको साथ लेकर कार्यकर्ता तालाब गांव गए, जहां से ट्रक को लेकर बायपास रोड स्थित गोशाला पर तडक़े ३.३० बजे कार्यकर्ता पहुंचे।