script

पुराने पटवार घर की दीवार ढही.टला बड़ा हादसा

locationबूंदीPublished: Sep 11, 2018 10:08:14 pm

कस्बे में त्रिवेणी धाम के निकट राजपूत मोहल्ले में पुराना पटवार घर का आधा हिस्सा लगातार हो रही बारिश में ढह गया।

puraane patavaar ghar kee deevaar dhahee.tala bada haadasa

पुराने पटवार घर की दीवार ढही.टला बड़ा हादसा

हिंडोली. कस्बे में त्रिवेणी धाम के निकट राजपूत मोहल्ले में पुराना पटवार घर का आधा हिस्सा लगातार हो रही बारिश में ढह गया। गनीमत यह रही कि जिस समय दीवार गिरी उस समय रास्ते पर कोई व्यक्ति आवाजाही नहीं कर रहा था। अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
जानकारी के अनुसार माध्यमिक विद्यालय के पीछे राजपूत मोहल्ले में वर्षों से पुराना पटवार घर बना हुआ है। गत दिनों से हो रही बारिश के कारण पटवार घर की दीवार ढह गई। दोपहर को इस मामले की जानकारी ग्रामीणों को लगी तो तहसीलदार हिंडोली को दूरभाष पर इसकी सूचना दी। दूसरे दिन मंगलवार को भी प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा रास्ते के पत्थर नहीं हटाने व पटवार घर के पुराने भवन को नहीं गिराने पर लोगों में रोष जताया। कांग्रेस नेता हनुमान व्यास एवं भाजपा नेता परमेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया कि पट्टियां कभी भी गिर सकती है। उन्होंने प्रशासन से तत्काल प्रभाव से जर्जर हो रहे पटवार घर को गिराने एवं रास्ते पर हो रहे मलबे को हटाने की मांग की।
बारिश में नहीं होती छात्रों की पढ़ाई
-कमरों का अभाव
हिंडोली. लगातार हो रही बारिश से कस्बे के राजकीय माध्यमिक विद्यालय के जर्जर कक्ष में पानी टपकने लगा है। जिससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। जानकारी के अनुसार रियासतकालीन भवन में माध्यमिक विद्यालय संचालित है। जहां पर बालकों के पढ़ाने लायक एक भी कक्ष नहीं है। कुछ पुराने कक्ष में छात्रों को बिठाकर पढ़ाई करवाई जाती है, जो ठीक अवस्था में नहीं है। यहां पर कई बार उच्चाधिकारियों से भवन निर्माण की मांग की जा चुकी है, लेकिन कोई धयान नहीं दे रहे है। जिससे छात्रों व शिक्षकों को परेशानी हो रही है।।
कैचमेंट एरिया में बना दिए एनिकट
-कैसे पहुंचेगा मुख्य जल स्रोतों में पानी
हिंडोली. एमजेएसवाई योजना के तहत क्षेत्र के विभिन्न जल स्रोतों के कैचमेंट एरिया पर एनिकट व एमपीटी का निर्माण करवाने से बांधों में पानी की आवक काफी कम हो रही है। वाटर शेड, पंचायत विभाग, वन विभाग, जलदाय विभाग द्वारा बांधों के कैचमेंट एरिया में एनिकट, एमपीटी, तलाइयों का निर्माण करवाया गया है। जिससे बांध व तालाबों में पानी की आवक नहीं हो पा रही हैं। गुढ़ा बांध के कैचमेंट एरिया पर भी इस बार सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च करके एनिकट ,एमपीटी व तलाइयां बना दी है। जिससे इस बार बांध में पानी की आवक काफी कम हो रही है। कस्बे की रामसागर झील के किनारे बालोला, देव डूंगरी, बीकरण सहित कई गांवों में तलाइयों का निर्माण करवा दिया है। जिससे बारिश में यह तलाइयां हीं नहीं भर पा रही हैं। पंचायत पंचायत समिति के पूर्व प्रधान बिट्टूराज पारीक ने बताया कि कैचमेंट एरिया पर बनाए एनिकट व एमपीटी का काफी विरोध किया था। पंचायत समिति की बैठक में भी मुद्दा उठाया था, लेकिन अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। जिससे अब परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

ट्रेंडिंग वीडियो