बसोली मोड जंक्शन में तो बसोली से बूंदी जाने वाले वाहनों को काफी दूर तक गलत दिशा में चलकर कट पर होते हुए सही दिशा में आना पड़ता है। जिससे बूंदी से आने वाले वाहनों से गलत दिशा में चलने वाले वाहनों की भिड़न्त हो जाती है। दोनों स्थानों पर फ्लाई ओवर बनाने को लेकर काफी समय से कस्बे के लोग आंदोलनरत हैं। राजस्थान पत्रिका ने भी समय-समय पर मामला उठाया था। इसके बाद प्रस्ताव तैयार कर दिल्ली भेजे गए हैं। लोगों का कहना था कि फ्लाई ओवर बनने एक ओर जहां दुर्घटनाओं में कमी आएगी। वहीं लोगों के लिए यातायात भी सुगम हो सकेगा।
सर्वे की रिपोर्ट के बाद बजट होगा स्वीकृत
एनएचएआई के जानकार सूत्रों की माने तो हिण्डोली एवं बसोली मोड़ दोनों खतरनाक जोन पर बने हुए है। यहां पर फ्लाई ओवर बनाने के लिए एनएचएआई ने प्रस्ताव तैयार कर दिल्ली भेजे हैं। वहीं एक कम्पनी सर्वे कर रही है। कहां पर फ्लाईओवर बनेगा, कितनी भूमि अवाप्त होगी और परियोजना में कितना खर्चा आएगा इसका सर्वे में उल्लेख होगा।
एनएचएआई 148डी समन्वयक एमएल कलवार का कहना है कि एनएच 52 बसोली मोड़ एवं हिण्डोली कट पर फ्लाई ओवर बनाने के लिए डीपीआर एक कम्पनी द्वारा तैयार की जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद टेण्डर प्रक्रिया शुरू होगी। जल्द ही फ्लाई ओवर का काम शुरू होने की संभावना रहेगी।