एटक के सचिव अशोक सक्सेना ने बताया कि पूर्व में ही सरकार को आगाह किया गया था लेकिन मांगो पर ध्यान नही देने के बाद यह कदम उठाया है। प्रदेश व्यापी आव्हान पर दो दिन तक जारी ***** जाम को आगे भी बढ़ाया जा सकता है।
करीब 10 लाख का घाटा, 80 गाडिय़ां के थमे पहिए-
दो दिन तक जारी हड़ताल जाम से करीब 10लाख का यात्री घाटा होने की सम्भावना जताई जा रही है। डिपो की 80 गाडिय़ों के पहिए थम जाएगें। करीब तीन सौ से ज्यादा कर्मचारी हड़ताल पर रहेगें। प्रदेश में सबसे ज्यादा असर उन क्षेत्रों में रहेगा जहां आवागमन का साधन बसों द्वारा हो रहा है। बूंदी में हजारों कामकाजी यात्री प्रतिदिन सफर करते है। ऐसे में यात्रियों को सबसे ज्यादा परेशानी भुगतनी होगी।
दो दिन तक जारी हड़ताल जाम से करीब 10लाख का यात्री घाटा होने की सम्भावना जताई जा रही है। डिपो की 80 गाडिय़ों के पहिए थम जाएगें। करीब तीन सौ से ज्यादा कर्मचारी हड़ताल पर रहेगें। प्रदेश में सबसे ज्यादा असर उन क्षेत्रों में रहेगा जहां आवागमन का साधन बसों द्वारा हो रहा है। बूंदी में हजारों कामकाजी यात्री प्रतिदिन सफर करते है। ऐसे में यात्रियों को सबसे ज्यादा परेशानी भुगतनी होगी।
मंगलवार को साहब, सिंह, महेन्द्र कुमार, धर्मेश पारीक, राकेश सैनी, कैलाश स्वर्णकार, रामपाल टेलर, दिनेश सिंह परिहार, रामहेत आदि धरने पर बैठे। उन्होंने बताया कि 25 से 26 जुलाई तक चक्काजाम हड़ताल की जाएगी।