यह था मामला
बूंदी एसीबी टीम ने 22 नवम्बर 2021 को अजेता ग्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी धनराज मीणा व सरपंच जगदीश प्रसाद मीणा को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था। दोनों ने रिश्वत की यह राशि ग्राम पंचायत में निर्माण के काम कर रहे ठेकेदार से बिल पास करने की एवज में ली। एसीबी ने यह कार्रवाई खटकड़ तिराहे के पास की थी। इसके बाद ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया गया था। दोनों डेढ़ लाख रुपये पहले ले चुके थे।
बूंदी एसीबी टीम ने 22 नवम्बर 2021 को अजेता ग्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी धनराज मीणा व सरपंच जगदीश प्रसाद मीणा को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था। दोनों ने रिश्वत की यह राशि ग्राम पंचायत में निर्माण के काम कर रहे ठेकेदार से बिल पास करने की एवज में ली। एसीबी ने यह कार्रवाई खटकड़ तिराहे के पास की थी। इसके बाद ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित कर दिया गया था। दोनों डेढ़ लाख रुपये पहले ले चुके थे।
विधानसभा में पहुंचा था मामला
सरपंच के ट्रैप होने का मामला प्रदेश की विधानसभा में भी पहुंचा था। यहां सरपंच के ट्रैप होने के बाद अब तक हुई कार्रवाई के बारे में विधायक ने जानकारी चाही थी। इस जानकारी में ही सरपंच के निलंबित होने की बात का खुलासा हुआ था। सरपंच ट्रैप होने के बाद जेल भी गया था।
अजेता सरपंच को सरकार ने निलंबित कर दिया है। सरपंच का चार्ज नियमानुसार अन्य को दिया जाएगा।
मुरलीधर प्रतिहार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद, बूंदी
सरपंच के ट्रैप होने का मामला प्रदेश की विधानसभा में भी पहुंचा था। यहां सरपंच के ट्रैप होने के बाद अब तक हुई कार्रवाई के बारे में विधायक ने जानकारी चाही थी। इस जानकारी में ही सरपंच के निलंबित होने की बात का खुलासा हुआ था। सरपंच ट्रैप होने के बाद जेल भी गया था।
अजेता सरपंच को सरकार ने निलंबित कर दिया है। सरपंच का चार्ज नियमानुसार अन्य को दिया जाएगा।
मुरलीधर प्रतिहार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद, बूंदी