ऐसे में संगठन के देई उपाध्यक्ष करण सिंह, संगठन मंत्री योगेंद्र महावर, नगर मंत्री कमल कहार, महासचिव शानू शर्मा, सचिव इंद्रजीत महावर ने पुलिस व प्रशासन से निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि जल्द ही कार्रवाई नहीं की गईतो विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। उधर इस मामले में देईथाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
फूड पॉइजनिंग बता रहे कारण
गोवंश का पशु चिकित्साकर्मियों द्वारा पोस्टमार्टम करवाया गया। ताकि मौत की सच्चाईसामने आ सके। चिकित्सक मुकेश मीणा ने बताया कि गायों की मौत का मुख्य कारण फूड पॉइजनिंग माना जा रहा है। सड़ा गला व दूषित भोजन का सेवन करने से मौत हुई है।
मामले की जांच के लिए नमूने लिए हैं, रिपोर्ट में स्पष्ट स्थिति सामने आएगी। वहीं गौशाला में मृत 12 गायों में से तीन गायों का ही पोस्टमार्टम किया गया। शेष 9 गायों की स्थिति पोस्टमार्टम जैसी नहीं थी। इनकी मौत चार से पंाच दिन पूर्व होना माना जा रहा है। वहीं 3 गायों की मौत भी 30 घंटे के भीतर हुई है। ऐसे में गोशाला प्रबंधन की घोर लापरवाही सामने आईहै।