छात्र संघ चुनाव में जीत की खुशी देखते ही बनी। हाथों में एबीवीपी का लहराता झंडा और जीत के नारो से आसमां गूंज उठा। सुरक्षा घेरे को तोड़ निकाला विजय जुलूस-
राजकीय महाविद्यालय में चप्पे-चप्पे पर तैनात पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के बीच नवनिर्वाचित कार्यकारिणी को शपथ लेने के बाद पुलिस सरकारी गाड़ी में बिठाकर ले गई और घर छोड़ दिया। लेकिन समर्थको की मांग पर विजेता कार्यकारिणी फिर से लौट आई।
राजकीय महाविद्यालय में चप्पे-चप्पे पर तैनात पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के बीच नवनिर्वाचित कार्यकारिणी को शपथ लेने के बाद पुलिस सरकारी गाड़ी में बिठाकर ले गई और घर छोड़ दिया। लेकिन समर्थको की मांग पर विजेता कार्यकारिणी फिर से लौट आई।
महाविद्यालय के बाहर जुटा समर्थको का रैला सडक़ो पर निकल पड़ा। जैसे ही सर्किट हाउस पहुंचा वहां मौजूद विजेता कार्यकारिणी को समर्थको ने मानो पलको पर बिठा लिया। अध्यक्षत सहित पदाधिकारियों का जमकर स्वागत किया और फूल मालाओं से लाद दिया।
उन्हें कंधे पर बिठाकर रैली के रूप में देवनारायण मंदिर ढोक लगाने निकल पड़े लेकिन गर्माते महौल को देखते हुए पुलिस बल ने समर्थको को बीच में ही रोक लिया और चारो तरफ रास्ता बंद कर दिया। इस बीच समर्थको और पुलिस के बीच गहमागहमी होती रही। बाद में पुलिस ने सिविल लाइन रोड़ से रैली को जाने की इजाजत दे दी।
समर्थक यहां से लंका गेट, आजाद पार्क होते हुए देवनाराण मंदिर पहुंचे जहां अध्यक्ष सहित समर्थको ने अपने आराध्य को नमन किया।
यहां मायूसी-
कन्या महाविद्यालय में भी नवनिर्वाचित कार्यकारिणी की शपथ होने के बाद पुलिस सुरक्षा घेरे में कार्यकारिणी को ले गई। इस बीच समर्थक छात्राएं अपने विजेता अध्यक्ष और कार्यकारिणी के स्वागत में खड़ी रही। विजयी जुलुस निकलाने के लिए बैताब छात्राओंं के अरमान भी रिमझिम बारिश में घुलते नजर आए। जीत की खुशी में नारेबाजी कर छात्राए लौट गई।
यहां मायूसी-
कन्या महाविद्यालय में भी नवनिर्वाचित कार्यकारिणी की शपथ होने के बाद पुलिस सुरक्षा घेरे में कार्यकारिणी को ले गई। इस बीच समर्थक छात्राएं अपने विजेता अध्यक्ष और कार्यकारिणी के स्वागत में खड़ी रही। विजयी जुलुस निकलाने के लिए बैताब छात्राओंं के अरमान भी रिमझिम बारिश में घुलते नजर आए। जीत की खुशी में नारेबाजी कर छात्राए लौट गई।