बूंदीPublished: Sep 09, 2018 12:47:51 pm
Nagesh Sharma
शहर के पुरानी धानमंडी परिसर में चल रहे कजली तीज मेला मंच पर शनिवार रात को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन आयोजित हुआ।
धूप के आईने में संवर जाएगी, जिंदगी जब तपेगी निखर जाएगी
बंूंदी. शहर के पुरानी धानमंडी परिसर में चल रहे कजली तीज मेला मंच पर शनिवार रात को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन आयोजित हुआ। जिसमें दूर-दराज से आए कवियों ने अपनी हास्य व व्यंग्य कविताओं से श्रोताओं को देर रात तक बांधे रखा।
कार्यक्रम की शुरुआत कवि भूपेंद्र राठौर ने अपनी कविता पाठ से की। उसके बाद जबलपुर के कवि सुदीप भोला ने ‘डॉलर बहत्तर, डीजल पचहत्तर, हालात है बदत्तर, चौरासी है पेट्रोल क्या काला धन ऐसे आएगा…, कोटा के संजय शुक्ला ने ‘सारा देश उलझ गया है, सत्ता के गलियारों में काले किस्से देख रहा है टीवी और अखबारों में… रचना सुनाकर समां बांध दिया। सहारनपुर के कवि राजेंद्र सुमन ने जिंदगी को खूबसूरत दाव तक ले जाएगी, ये समय की धूप ही तो छांव तक ले जाएगी…, भोपाल के अनु सपन ने धूप के आईने में संवर जाएगी, जिंदगी जब तपेगी निखर जाएगी…सुनाई तो पांडाल तालियों की गडगड़ाहट से गंूज उठा।
मुम्बई की कवियत्री काव्य मिश्रा ने ‘सैंया कजरी का मेला दिखाये दईयो, कंगना और झुमका दिलाये दईयो…, जयपुर के संजय झाला ने ‘कभी सलमान की बॉडी, कभी धोनी के बालों के लिए मर गए, कभी चेहरे कभी चालों तो कभी गालों के लिए मर गए…, लखीमपुर के आशीष अनल ने तीज पर्याय तब उसे याद आया नहीं उसने सिर्फ वहां हिन्दुस्तान लिख दिया… कविता सुनाकर लोगों की दाद पाई। सम्मेलन का संचालन कवि संजय झाला ने किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक अशोक डोगरा थे। अध्यक्षता भाजपा शहर अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल ने की। विशिष्ट अतिथि विजयंत आमेरा रहे। अतिथियों का स्वागत अधिशासी अभियंता अरुणेश शर्मा, पार्षद योगेंद्र जैन, हरिओम मेघवंशी, संजय भूटानी, प्रवक्ता अभिषेक जैन, लोकेश जैन व स्टोर कीपर राजेंद्र नाथावत ने किया।
देर रात तक चला कवि सम्मेलन
तीज मेला मंच पर आयोजित कवि सम्मेलन के देर रात तक चला। कवियों की प्रस्तुतियों को सुनने के लिए श्रोता डटे रहे, तो कवियों ने अपना मन रखते हुए हास्य, वीर व शृंगार रस की कविताओं की बोछार की।