बूंदी

तीस्ता नदी में लापता दो युवकों का छठे दिन भी नहीं लगा पता, परिजन बोले प्लीज हमारी कोई मदद करो

ठेें दिन भी नहीं निकली। कार में बूंदी के तीन युवक सवार थे जो गंगटोक घूमने जा रहे थे। इनमें से एक युवक का शव मिल गया, लेकिन दो युवकों के बारे में अभी तक कोई खबर नहीं मिली।

बूंदीJul 15, 2019 / 12:41 pm

पंकज जोशी

तीस्ता नदी में लापता दो युवकों का छठे दिन भी नहीं लगा पता, परिजन बोले प्लीज हमारी कोई मदद करो

बूंदी. पश्चिम बंगाल के सिक्किम रोड पर तीस्ता नदी में समाई कार सोमवार को छठेें दिन भी नहीं निकली। कार में बूंदी के तीन युवक सवार थे जो गंगटोक घूमने जा रहे थे। इनमें से एक युवक का शव मिल गया, लेकिन दो युवकों के बारे में अभी तक कोई खबर नहीं मिली। दोनों ही युवकों के परिजन सोमवार को भी तीस्ता नदी के किनारे टकटकी लगाकर देखते रहे। उन्होंने अभी भी अपनों के सही सलामत मिलने की उम्मीद नहीं छोड़ी। नदी में रेस्क्यू टीम की हलचल दिखी, लेकिन मौके पर मौजूद परिजनों ने इसे नाकाफी बताया। उनका आरोप है कि पश्चिम बंगाल सरकार कार ड्राइवर और बूंदी के दोनों युवकों की तलाशी के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं कर रही। इसी का परिणाम है कि सोमवार को छह दिन बीत गए, कहीं से कोई खबर नहीं मिली रही। यहां तक की शनिवार को कार की लोकेशन मिल गई थी, जिसे भी अभी तक बाहर नहीं निकाल पाए। उल्लेखनीय है कि बूंदी के कागदी देवरा निवासी 24 वर्षीय गोपाल नरवानी और देवपुरा निवासी 28 वर्षीय गौरव का अभी तक पता नहीं चला है।
अपने बच्चे मानकर ढूंढवाओ
बूंदी के देवपुरा निवासी गौरव की पत्नी आशा शर्मा ने कहा कि उन्हें किसी तरह की मदद नहीं मिल रही। गौरव का छोटा भाई घटना स्थल पर मौजूद रहकर बार-बार यही कह रहा है कि रेस्क्यू के दौरान कोई गंभीरता नहीं बरती जा रही। सरकार भी कोई ठोस निर्णय नहीं कर रही। केवल लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का फोन आया था। सभी लोग मिलकर गौरव को ढूंढवा दो। मां यशोदा शर्मा की रुलाई थम नहीं रही।उसने बताया कि पश्चिम बंगाल सरकार इन्हें अपने बच्चे मानकर ढूंढवाने में मदद करें। अभी भी विश्वास है कि बच्चे सकुशल हैं। उल्लेखनीय है कि गौरव की पत्नी मां बनने वाली है। घर में छह दिन पहले ही हंसी-खुशी का माहौल था।
शील्ट भर गई, जगह से हटगई कार
पानी के अंदर रेस्क्यू कर रहे जवानों ने नदी किनारे परिवारजनों को बताया कि कार के ऊपर शील्ट जमा हो गई है। शनिवार को जहां से कार का दरवाजा क्रेन में फंसा था, रविवार को कार उस जगह से आगे चली गई। दूर तक तलाशा, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली।इधर, रेस्क्यू टीम नदी में दोनों युवक सहित कार ड्राइवर की चहुंओर से तलाशी में जुटी रही।
सरकार सेना की मदद क्यों नहीं ले रही
सिलीगुडी में मौजूद लापता युवकों के भाई दीपक व आकाश ने राजस्थान व केंद्र सरकार से तत्काल सेना की मदद दिलाने की गुहार लगाई। वे लगातार मीडिया को बयान देते दिखे कि पश्चिम बंगाल सरकार इस मामले में कतई गंभीर नहीं दिख रही। जिन एनडीआरएफ के जवानों के भरोसे तलाशी अभियान चलाया जा रहा है वे पानी के भीतर जाने में भी कतराते हैं।
फ्लैश बैक
…तो तीस्ता नदी में चली गई कार
बूंदी के चैनरायजी का कटला निवासी अमन गर्ग, कागदी देवरा निवासी गोपाल नरवानी व देवपुरा निवासी गौरव शर्मा मोबाइल कम्पनी की ओर से ट्यूर पर गंगटोक भ्रमण के लिए गए थे। वे 10 जुलाई की सुबह 10.30 बजे सिलीगुडी के बागडोगरा एयरपोर्ट पर उतरे थे। जहां से किराए की कार से गंगटोक के लिए निकले। तभी सिक्किम रोड पर कर्सियांग महकमा के राजमार्ग 10 पर बागपुल गोलाई के निकट दोपहर 12.30 बजे सडक़ पर पड़ी मिट्टी में कार फिसलकर तीस्ता नदी में चली गई। कार में चालक सहित चारों जने सवार थे। इनमें अब तक सिर्फ अमन का शव मिला, शेष के बारे में कोई खबर नहीं मिली।
केंद्र सरकार करें दखल
राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष ममता शर्मा ने इस मामले में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से बात की। उन्होंने गृहमंत्री से बात कर तलाशी अभियान को और अधिक बढ़ाने की मांग की। इधर, भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रूपेश शर्मा ने प्रधानमंत्री, पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रभारी को पत्र लिखकर सर्च ऑपरेशन में तेजी लाने की मांग की।

 

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