इतने लंबे चौड़े इलाके में अवैध खनन का काला कारोबार लंबे समय से चल रहा बताया। उन्हें कार्रवाई की कोई फिक्र ही नहीं थी। लेकिन वन विभाग सही समय की तलाश में था। ऐसे में कार्रवाई को पूरी तरह से गोपनीय रखते हुए वन विभाग व डाबी थाना पुलिस की संयुक्त टीम वन क्षेत्र में अवैध खनन स्थल पर पहुंचे। दोनों टीमों के समय पर पहुंचने से मौके पर अवैध खनन करने वाले लोग व वाहन पकड़े गए।
डर से छोड़ भागे इलाके
डाबी क्षेत्र में संभवतया पहली बार अवैध खनन के खिलाफ इतनी बड़ी कार्रवाई होना बताया जा रहा है। हालांकि इस कार्रवाई के बाद से अवैध खनन करने वालों में हडक़ंप मच गया। समूचे डाबी क्षेत्र में अवैध खनन करने वाले लोग खानें छोडक़र भाग गए।
रविवार को कहीं भी अवैध खनन नहीं होने की बात भी सामने आई है। डर के कारण अवैध खनन के इलाकों में सन्नाटा पसरा रहा। उधर जिले के अन्य इलाकों में भी अवैध खनन करने वालों में डर बैठ गया। ऐसे में कई इलाकों में अवैध कारोबार लगभग ठप ही रहा।
ये हुई कार्रवाई
डाबी थानाधिकारी बुद्धिप्रकाश नामा ने बताया कि डाबी के खेडा गांव में मुकुंदरा वन सीमा में अवैध खनन की सूचना थी। इस पर वन विभाग व पुलिस ने दोपहर को अवैध खनन क्षेत्र में छापा मारा। ऐसे में अवैध खनन करने वाले अपने वाहन छोडक़र भाग निकले। इस दौरान खान से सात कंप्रेशर, सात लोडर, छह डम्पर व १४ मोटरसाइकिलें वन विभाग ने जब्त की। जिन्हें निगरानी के लिए डाबी थाने पर लेकर आए हैं।
वहीं इस दौरान सूतड़ा निवासी टीकम प्रजापति व गुढ़ा निवासी रामस्वरूप बैरागी को वन विभाग ने गिरफ्तार किया था। अवैध खनन का वन विभाग ने मामला दर्ज किया है। मामले की वो ही जांच करेंगे। पूरी कार्रवाई के दौरान डीएफओ कविता सिंह मौजूद रही। उनके निर्देशन में ही पूरी कार्रवाई हुई।