राज्य सरकार तक इस मसले को पहुंचाया गया। गुरुवार को जब फिर से इस रास्ते पर चौपहिया वाहन गुजरते दिखाई पड़े तो सभी ने राहत की सांस ली। अब पहाड़ी की इस सडक़ पर निर्धारित समय सुबह दस से दोपहर तीन बजे तक चौपहिया वाहनों को ले जाया जा सकेगा।
यहां आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मानधाता छतरी पर हुए विवाद के बाद दिसम्बर माह में वन विभाग ने रास्ते पर वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी थी। अब इस रास्ते को खोलने के बाद लोग नीचे मीरा का बाग में अपना परिचय पत्र दिखाकर जा सकेंगे।
दो घंटे के बीच नीचे लौटना होगा। अभी दुपहिया वाहन नहीं ले जा सकेंगे। यहां मानधाता की छतरी तक जाने के लिए अलग से रास्ता बनाने के बाद इस रास्ते को खोलने की मांग थी। मुस्लिम समाज का प्रतिनिधिमंडल कई बार जिला प्रशासन से भी मिला।