बाल कल्याण समिति जुटी रही
बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष सीमा पोद्दार ने बताया कि ज्योति 12 साल की उम्र से देह व्यापार के दलदल में थी। उसे 12 वर्ष इस धंधे में हो गए। 24 वर्ष की उम्र में बालिग होने के बाद ज्योति इस देह व्यापार को नहीं करना चाहती, जबकि उसके परिवारजन इसके लिए दबाव बना रहे थे, ज्योति ने अपना घर बसाने के लिए बाल कल्याण समिति के समक्ष गुहार लगाई। इस पर समिति ने नगर परिषद के वरिष्ठ पार्षद टीकम जैन की मदद से ज्योति का घर बसाने का निर्णय किया। इस निर्णय के तहत यह विवाह आयोजन सम्पन्न को सका। समिति के सदस्य छुट्टनलाल शर्मा, घनश्याम दुबे विवाह आयोजन की व्यवस्थाओं में जुटे रहे।
बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष सीमा पोद्दार ने बताया कि ज्योति 12 साल की उम्र से देह व्यापार के दलदल में थी। उसे 12 वर्ष इस धंधे में हो गए। 24 वर्ष की उम्र में बालिग होने के बाद ज्योति इस देह व्यापार को नहीं करना चाहती, जबकि उसके परिवारजन इसके लिए दबाव बना रहे थे, ज्योति ने अपना घर बसाने के लिए बाल कल्याण समिति के समक्ष गुहार लगाई। इस पर समिति ने नगर परिषद के वरिष्ठ पार्षद टीकम जैन की मदद से ज्योति का घर बसाने का निर्णय किया। इस निर्णय के तहत यह विवाह आयोजन सम्पन्न को सका। समिति के सदस्य छुट्टनलाल शर्मा, घनश्याम दुबे विवाह आयोजन की व्यवस्थाओं में जुटे रहे।
यह रहे मौजूद
वाणिज्य कर अधिकारी नरेन्द्र जैन, किशोर न्याय बोर्ड की सदस्य जयश्री लखोटिया, अरबन बैंक के चेयरमैन सत्येश शर्मा, कांग्रेस नेता भगवान नुवाल, लॉयस क्लब अध्यक्ष निशांत नुवाल, समाज सेवी मनीष शर्मा, कांगे्रस नेता जितेन्द्र शर्मा, पार्षद जितेन्द्र मीणा, ममता शर्मा, प्रेमप्रकाश एवरग्रीन, आशीष शर्मा, संध्या रावल व हेमंत वर्मा, कांग्रेस जिला प्रवक्ता शैलेष सोनी, बचपन स्कूल के निदेशक प्रशांत सिंह आमेरा, यशवंत दाधीच, बिट्ठल सनाढ्य, प्रेमशंकर राठौर, बाबूलाल वर्मा, क्षमता संगठन की अध्यक्ष कुसुमलता शर्मा, सचिव पार्वती मीणा आदि मौजूद थे।
सभी इस पहल की बधाई- पूर्व मंत्री हरिमोहन शर्मा
पूर्वमंत्री हरिमोहन शर्मा ने इस मौके पर कहा कि सरकार ऐसे लोगों की मदद के लिए तत्पर हैं। देह व्यापार के दलदल में फंसी महिलाओं के उत्थान में जो यह पहल फिर से शुरू की गई है इसके बूंदी की बाल कल्याण समिति और नगर परिषद के वरिष्ठ पार्षद टीकम जैन को साधुवाद। ऐसे और भी विवाह आयोजन होने चाहिए, ताकि जो युवतियां इस दलदल में फंसी हुई है, वह बाहर निकलकर अपना सुखद जीवन जी सकें।