उनके लिए यह पहला मौका था जब घर के कामकाज ओर पढ़ाई की चिंता छोड़ सभी उत्साहित होकर शहर के भ्रमण पर निकली। महाविधालय की करीब 140 छात्राओ को ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कराया गया। जिसमें चौरासी खम्भो की छतरी , रानी जी की बावड़ी,सुखमहल , म्यूजियम ओर फ़ोटो प्रदर्शनी शामिल रहे । टूरिस्ट गाइड अश्वनी शर्मा ने छात्राओ को बूंदी के पर्यटन स्थलों के इतिहास से रूबरू कराया।
प्रश्रोत्तरी प्रतियोगिता में जाना छोटीकाशी को-
पहले चौरासी खंभों की छतरी फिर रानी जी की बावड़ी के बाद सभी छात्राए सुखमहल पहुंची जहां सांस्कृतिक कार्यक्रम ओर प्रश्रोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूरा संग्रहालयाध्यक्ष प्रिंस उप्पल तथा विजयराज सिंह मालकपुरा , बलभद्र सिंह , पुरुषोत्तम पारीक रहे।
पहले चौरासी खंभों की छतरी फिर रानी जी की बावड़ी के बाद सभी छात्राए सुखमहल पहुंची जहां सांस्कृतिक कार्यक्रम ओर प्रश्रोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूरा संग्रहालयाध्यक्ष प्रिंस उप्पल तथा विजयराज सिंह मालकपुरा , बलभद्र सिंह , पुरुषोत्तम पारीक रहे।
स्वागत पर्यटन सहायक अधिकारी प्रेमशंकर सैनी , नारायण मंडोवरा ने किया । राजकुमार दाधीच ने छात्राओ से बूंदी शहर की बावड़ी, धरोहरों के नाम आदि सवाल पूछे गए। विजेताओं को अतिथियों ने पुरस्कारों से नवाजा ।
अपने शहर के बारे में होनी चाहिए जानकारी-
प्रश्रोत्तरी प्रतियोगिता में छात्राए कई सवालों के जवाब नही दे सकी ऐसे में मंचासिन अतिथियों ने छात्राओं को संस्क्ृति का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि किताबी ज्ञान के अलावा उन्हें शहर के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए। कार्यक्रम के बाद सभी छात्राओं ने प्रण लिया कि वे शहर की खूबसूरत धरोहरो की जानकारी हासिल कर सोशल मीडिया के जरिए अपने दोस्तो तक भी पहुंचाएगी।
झूम-झूम का नाची कच्छ की घोडी
पर्यटन दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में आकर्षण का केन्द्र कच्छी घोड़ी नृत्य रहा। लोक कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तृतियों से सैलानियों का मन मोह लिया। इस दौरान वहां इजरायल से आए एक पर्यटक कपल ने लोक कलाकारों का नृत्य देख रोमांचति हो उठे ओर उनके साथ कदम ताल करते हुए थिरकने लगे।
पर्यटन दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में आकर्षण का केन्द्र कच्छी घोड़ी नृत्य रहा। लोक कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तृतियों से सैलानियों का मन मोह लिया। इस दौरान वहां इजरायल से आए एक पर्यटक कपल ने लोक कलाकारों का नृत्य देख रोमांचति हो उठे ओर उनके साथ कदम ताल करते हुए थिरकने लगे।
इसी बीच छात्राओं में भी उत्साह देखते ही बना वे भी खुद को रोक नही पाई ओर गु्रप में शामिल होकर सभी लोक गीतो पर जमकर नृत्य किया। देशी विदेशी पर्यटको के लिए यह दिन यादगार सबित हुआ।
सहायक पर्यटन अधिकारी प्रेमशंकर सैनी ने बताया कि पुरातत्व विभाग के अधीन चौरासी खम्भो की छतरी , रानी जी की बावड़ी , सुखमहल , म्यूजियम ओर चित्रशाला का अवलोकन कराया गया।
सेल्फी का रहा क्रेज-
शहर की खूबसूरती को कैद करने की छात्राओं में होड़ रही। फ़ोटो प्रदर्शनी में लगे बूंदी के ऐतिहासिक फ़ोटो को देखकर छात्राओ ने सेल्फी ली ओर पत्रिका फेसबुक लाइव को लेकर सराहा। छात्राओ ने कहा कि ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों व इतिहास से रूबरू होने का जो मोका मिला वो हमारे लिए किसी प्ररेणा से कम नही।
यह रही विजेता-
प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में कविता मीणा , महिमा गौतम , सुमन राठौर , गरिमा मीणा , दिया कवर , मनीषा यादव विजेता रही। प्रदर्शनी संयोजक नारायण मंडोवरा ने बताया कि पर्यटक सूचना केंद्र में फ़ोटो प्रदर्शनी रविवार तक रहेगी ।
प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में कविता मीणा , महिमा गौतम , सुमन राठौर , गरिमा मीणा , दिया कवर , मनीषा यादव विजेता रही। प्रदर्शनी संयोजक नारायण मंडोवरा ने बताया कि पर्यटक सूचना केंद्र में फ़ोटो प्रदर्शनी रविवार तक रहेगी ।