समर्थन मूल्य में गेहूं खरीदी के बनाए गए जिले के 6 केंद्रों पर सोमवार तक 171 किसानों ने 2678 क्विंटल गेहूं बेचा है। किसानों को 66 लाख 59 हजार 389 रुपए खातों में आना था। जिले में 15 अप्रैल को गेहूं की खरीदी को 22 अप्रैल तक 8 दिन हो गए, लेकिन अब तक किसानों के खातों में रुपए नहीं डाले गए हैं, जबकि शासन ने समर्थन मूल्य पर गेहंू बेचने वाले किसानों को 3 से 7 दिनों के अंदर ही वेतन जारी करने का वादा किया था। लॉकडाउन होने के बाद भी किसानों की सुविधा के लिए समर्थन मूल्य पर खरीदी तो शुरू हो गई लेकिन वेतन नहीं मिलने के कारण अब किसान परेशान हो रहे है। सोसायटी पर उपज बेचने के बाद ऑनलाइन के माध्यम से इस बार एनआईसी भोपाल से ही किसानों के खाते में रुपए डालेगी। साफ्टवेयर में किसानों के माल की एंट्री होते ही किसानों को राशि का भुगतान होगा।
लॉकडाउन के कारण देरी
खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी अर्चना नागपुरे ने बताया कि समर्थन मूल्य पर पंजीयन कराने वाले किसानों का डाटा पहले ही पोर्टल पर रहता है। भोपाल से एसएमएस मिलने के बाद अगर किसान सोसायटी पर उपज लेकर पहुंचता है तो ऑनलाइन के माध्म से सा?टेवेयर में किसान के माल की इंट्री होते है। किसानों के खातों में उपज की राशि भोपाल से जारी होती है। 3 से 7 दिनों में किसानों के खातों में राशि डालना थी लेकिन लॉकडाउन के चलते देरी हो रही है।जल्द ही किसानों के खातों में राशि आ जाएगी।
– भोपाल से ही किसानों के खाते में उपज की राशि का भुगतान होता है, इस बार लॉकडाउन के चलते देरी हो रही हैं।
अर्चना नागपुरे, खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी, बुरहानपुर
बीयू:2307: