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45 मीटर तक गिरा भू जल स्तर, तालाब भी ५० फीसदी हुए खाली, शहर से लेकर अंचल तक संकट

locationबुरहानपुरPublished: Jan 02, 2019 08:47:20 pm

Submitted by:

ranjeet pardeshi

– पीएचई विभाग ने तैयार किया प्लान, बोले अभी से भूजल स्तर गिरने से

45 Metre tal gira bhoo jal star

45 Metre tal gira bhoo jal star

बंद हो गए ३५ हैंडपंप
– सिंगल फेस की मोटर लगाएंगे, ताकि खींच सके पानी
– शहर में एक दिन के आड़ में जल सप्लाय
बुरहानपुर. सर्दी का सितम अभी गया नहीं है, लेकिन जलसंकट के हालात अभी से बनने लगे हैं। पानी पाताल में चला गया, सामान्य तौर पर जहां ६ मीटर पर पानी लग रहा था, अब ४५ मीटर तक पानी लग रहा है। जल स्तर गिरने से ३५ हैंडपंप बंद पड़ गए। जबकि ५० फीसदी तालाब में पानी कम हो गया। यही हाल शहर का है, जहां आधा दर्जन के करीब वार्डों में हर दिन ३० से ३५ टैंकरों से पानी सप्लाय कर पूर्ति की जा रही है। जल संकट के यह हाल देख किसान से लेकर आमजन चिंता में हैं। पीएचई विभाग ने तो अभी से जल संकट से निपटने के लिए प्लान तैयार कर लिया है, तो विपक्षी नेताओं ने निगम को भी हालातों से अवगत कराया है।
बुरहानपुर शहरी क्षेत्र
शहर में जल संकट के हालात अभी से दिखने लगे हैं। नगर निगम में उपप्रतिपक्ष नेता अमर यादव ने बताया कि लालबाग क्षेत्र की पानी की टंकी में तो टैंकरों से पानी डाला जा रहा हैं, क्योंकि बोर सूख चुके हैं। इस बार बारिश कम होने के कारण कुंडी भंडारे में भी पानी कम है। शिवाजी नगर और चिंचाला में हर दिन २५-३० टैंकर से पानी सप्लाय हो रहा है। मिलचाल और गांधी कॉलोनी के कुछक्षेत्रों में ाी पानी सप्लाय की नौबत है। उपनेता ने कहा कि महापौर और आयुक्त को इसके लिए चिंता अभी से करनी होगी। इसके अलावा आलमगंज, सरदार पटेल वार्ड, इतवारा, अब्दुल कादर सिद्दीकी वार्ड, अकबरी सराय का पिछला हिस्सा, बैरी मैदान, न्यामतपुरा, लोहारमंडी, आजाद वार्ड सहित महाजनापेठ में एक दिन के अंतराल में पानी आ रहा है। कुएं और ट्यूबेवल का जल स्तर कम होने से मार्च मई में दिक्कत और बढ़ेगी।
ताप्ती का जल स्तर कम, सहायक नदियां भी सूखी
जनवरी माह में ताप्ती नदी का जल स्तर बहुत कम हो गया है। उतावली और सहायक नदियां तो पूरी सूख गई है। इस कारण आसपास बने ट्यूबवेलों का जल स्तर काफी नीचे चला गया है। लालबाग के कुछवार्डों में तो कुंडी भंडारे का सहारा था, लेकिन यह भी जवाब दे गया। जल सप्लाय व्यवस्था को लेकर अफसर केवल कागजों में तैयारी करने की बात कर रहे हैं।लेकिन अब तक धरातल पर कोईयोजना नहीं उतरी है।
शहर की स्थिति-
१७० ट्यूबवेल
१५ कुएं
३५ हैंडपंप
६ पानी की टंकी
ग्रामीण क्षेत्र
ग्रामीण क्षेत्रों में तो हालात बहुत दयनीय होने लगे हैं। अभी से पानी पाताल में जाने से हैंडपंप बंद हो रहे हैं। अब तक ३६५ हैंडपंप जलस्तर घटने से और ८ हैंडपंप तकनीकी खराबी से बंद हो गए हैं। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (पीएचई) के मुताबिक सामान्यत: जहां २० मीटर तक पानी लग रहा था, अब ४५ मीटर पर पानी लग रहा है। गर्मीमें और जल स्तर गिरेगा। वारोली और चापोरा में तो जलसंकट गहरा गया है। इच्छापुर, चोखंडिया तो संवेदनशील माने गए हैं। विभाग का कहना है कि गर्मी से निपटने के लिए अभी से ५० सिंगल फेस की मोटर की डिमांडकर दी है। यह मोटर ५०० फीट तक पानी खींच सकती है। केसिंग पाइप, हैंडपंप सेट, रायजर पाइप बुला लिए गए हैं। ३० लाख रुपए का बजट भी मांग लिया हैं, क्योंकि पानी के स्त्रोत पैदा करने की जिमेदारी पीएचई की रहेगी।
५५ लीटर की डिमांड, देंगे ३५ लीटर
विभाग का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्र में प्रति व्यक्ति ५५ लीटर पानी फिलहाल दे रहे हैं, लेकिन गर्मी में यह ३५ लीटर पर आ जाएगा। क्योंकि पानी की ज्यादा गंभीर स्थिति बनेगी। हालांकि विभाग का कहना है कि अभी ऐसी योजना बना रहे हैं कि ७० लीटर पानी प्रति ग्रामीण को मिले।
ऐसी है स्थिति-
२५९५ हैंडपंप
४८ बंद पड़े
४५ मीटर पर पहुंचा जल स्तर
३० लाख रुपए बजट आया
सिंचाईकी स्थिति : दम तोडऩे लगे तालाब
करोड़ों रुपए की लागत से बनाए गए तालाब भी दम तोडऩे लगे हैं। कहीं कम बारिश के कारण तालाब पहले ही शत प्रतिशत भराए नहीं थे, जो भरे वहां पर भी पानी ५० फीसदी तक खाली हो गया है। जल संसाधन विभाग का कहना है कि अक्टूबर माह से खेतों में सिंचाईका काम शुरू हो जाता है, इसलिए अब तक तालाब ५० फीसदी खाली हुए हैं। लेकिन गर्मीके मौसम को देखते हुए अभी से पानी का कम उपयोग किया जाना चाहिए।
इन तालाबों में कम जल स्तर
मोरझिरा तालाब में जल भराव की क्षमता १.४९३ घन मीटर की है, लेकिन अक्टूबर में यह कम बारिश के कारण ०.६८५ घन मीटर भर पाया याने ४६ फीसदी पानी आया। जबकि २०० हेक्टेयर जमीन इसी से सिंचित करने का लक्ष्य था। इसी तरह धामनगांव तालाब में २७ फीसदी, गुराडिया तालाब में ४२, दुधिया में ७९, नयाखेड़ा में ३८, हैदरपुर में ५०, झिरपांजरिया में ८०, सावली में ६१, इच्छादेवी तालाब में २३, बनियानाला में २२, देव्हारी में २४, संग्रामपुर में १२, बंभाड़ा में ५, निना में १२, मगरूल में ४, भोलाना तालाब में १०, रतागढ़ स्टोरेज तालाब में ० फीसदी पानी जमा हुआ था। अब और यहां पर पानी कम हो गया है।
तालाब और सिंचित जमीन एक नजर में
४१ तालाब
१३ बैराज
७७.०८ मिलियन घन मीटर पानी भराव की क्षमता
५९.३१ उपलब्ध पानी अक्टूबर तक
१६०७० हेक्टेयर जमीन सिंचित होना है
बीयू१३०१ : ताप्ती नदी का पानी अब किनारे छोड़ सिमटने लगा है।

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