अपनी कुर्सी पर बैठाया
एएसपी ने छात्रों के साहस को सलाम करते हुए अपनी कुर्सी खाली कर दी और फिर उन्होंने एक-एक छात्र को अपनी कुर्सी पर बैठाया और कहा कि एक दिन तुम लोगों को भी अफसर बनना है। इसके बाद उन्होंने छात्रों को पुलिस कार्यप्रणाली और बाल मित्र योजना की पूरी जानकारी दी। वहीं, एएसपी की कुर्सी पर बैठने के बाद छात्रों ने अच्छी पढ़ाई करके भविष्य में आइपीएस अधिकारी और आर्मी अफसर बनने की बात कही।
एएसपी ने छात्रों के साहस को सलाम करते हुए अपनी कुर्सी खाली कर दी और फिर उन्होंने एक-एक छात्र को अपनी कुर्सी पर बैठाया और कहा कि एक दिन तुम लोगों को भी अफसर बनना है। इसके बाद उन्होंने छात्रों को पुलिस कार्यप्रणाली और बाल मित्र योजना की पूरी जानकारी दी। वहीं, एएसपी की कुर्सी पर बैठने के बाद छात्रों ने अच्छी पढ़ाई करके भविष्य में आइपीएस अधिकारी और आर्मी अफसर बनने की बात कही।
छात्रों ने एएसपी को बताई शिकायत
छात्रों ने एएसपी को शिकायत बताते हुए कहा- गणतंत्र दिवस पर शाला में होने वाले कार्यक्रम में एक विशेष संगीत को आपत्तिजनक बताकर शिक्षकों ने शामिल करने से इंकार कर दिया। नाराज छात्रों ने यह बात अपने परिजनों को बताई। जिसके बाद पालक शिक्षक संघ और ग्रामीण शिक्षकों के खिलाफ परिजनों ने एक विशेष समुदाय के अपमान का आरोप लगाते हुए शिकायत करने पहुंचे। जिसके बाद एएसपी ने मामले में जांच के निर्देश दिए और बच्चों को पुलिस वाहन से स्कूल छोड़ने का निर्देश दिया।
छात्रों ने एएसपी को शिकायत बताते हुए कहा- गणतंत्र दिवस पर शाला में होने वाले कार्यक्रम में एक विशेष संगीत को आपत्तिजनक बताकर शिक्षकों ने शामिल करने से इंकार कर दिया। नाराज छात्रों ने यह बात अपने परिजनों को बताई। जिसके बाद पालक शिक्षक संघ और ग्रामीण शिक्षकों के खिलाफ परिजनों ने एक विशेष समुदाय के अपमान का आरोप लगाते हुए शिकायत करने पहुंचे। जिसके बाद एएसपी ने मामले में जांच के निर्देश दिए और बच्चों को पुलिस वाहन से स्कूल छोड़ने का निर्देश दिया।
स्कूल को गोद लेंगे एएसपी
एएसपी महेन्द्र तारणेकर ने छात्रों को पुलिस के कार्यशैली बताई। इस दौरान छात्रों ने शाला में मेन्यू के अनुसार गुणवत्तायुक्त मिड डे मील नहीं मिलने की भी शिकायत की। जिसके बाद एएसपी ने शिक्षा विभाग और आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारियों से फोन में बात की। स्कूल में पुलिस की एसपीसी योजना लागू करने के साथ-साथ मराठी और हिन्दी शाला को गोद लेने की इच्छा जाहिर करते हुए कहा कि जल्द ही टिटगांव आकर छात्रों से चर्चा करेंगे।
एएसपी महेन्द्र तारणेकर ने छात्रों को पुलिस के कार्यशैली बताई। इस दौरान छात्रों ने शाला में मेन्यू के अनुसार गुणवत्तायुक्त मिड डे मील नहीं मिलने की भी शिकायत की। जिसके बाद एएसपी ने शिक्षा विभाग और आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारियों से फोन में बात की। स्कूल में पुलिस की एसपीसी योजना लागू करने के साथ-साथ मराठी और हिन्दी शाला को गोद लेने की इच्छा जाहिर करते हुए कहा कि जल्द ही टिटगांव आकर छात्रों से चर्चा करेंगे।