पूर्व मुख्यमंत्री को दिखाए काले झंडे, पुलिस की कड़ी सुरक्षा में गुजरा कमलनाथ का काफिला
भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और महिला अत्याचार में नंबर वन ऐसा प्रदेश मुझे सौंपा था शिवराज ने

बुरहानपुर. नेपानगर विधानसभा उपचुनाव ( nepanagar vidhan sabha by election ) के प्रचार में आए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोमवार को भाजपा कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा। उनका काफिला जहां से भी गुजरा भाजपा महिला मोर्चा ने उन्हें काले झंडे दिखाकर नारेबाजी की। कमलनाथ के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस कर रही थीं। कड़ी सुरक्षा के बीच कमलनाथ का काफिला नेहरू स्टेडियम पहुंचा जहां उन्होंने एक सभा को संबोधित किया।
गौरतलब है कि डबरा से भाजपा की प्रत्याशी एवं मंत्री इमरती देवी को आइटम कहने पर कमलनाथ भाजपा के निशाने पर आ गए हैं। इसी सिलसिले में प्रदेश के कई शहरों में भाजपा उनके खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। इसी सिलसिले में ग्वालियर में वीडी शर्मा, भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और इंदौर में राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया मौन धरने पर बैठे। इसके अलावा शिवपुरी में भी कमलनाथ के पुतला दहन की खबर है।
आइटम पर सियासतः कमलनाथ बोले- हमारे मंच पर भी ये आइटम नंबर -1 बैठे हैं
कमलनाथ बोले- मध्यप्रदेश में निवेश के लिए कोई तैयार नहीं
सभा में कमलनाथ ने कहा कि शिवराज के पास मप्र में कोई निवेश करने को तैयार नहीं है। पांच प्रदेशों से घिरा है प्रदेश, लेकिन कोई निवेश करने को तैयार नहीं है। माफिया से मिलावट से है भ्रष्टाचारी है यहां। मैंने एक प्रयास किया ताकि मप्र की पहचान बने, नौजवानों का भविष्य बने। यही शुरुआत मैंने की थी। मैंने कौनसा पाप किया किसानों का कर्जा माफ किया, मैंने कौन सा गुनाह किया 100 रुपए में 100 यूनिट बिजली दी। मैं पूछना चाहता हूं मैंने कौन सा पाप किया पेंशन बढ़ाई। किसानों को सस्ती बिजली दी। गौशाला का निर्माण किया। यह शिवराज नौजवानों का चेहरा नहीं समझे। इनकी आंखे नहीं चलती किसानों की पुकार के लिए कान नहीं सुनते। इनका मुंह बहुत चलता है। यह तस्वीर सब आपके सामने है।
आत्महत्या में नंबर-1 है मध्यप्रदेश
कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश मुझे ऐसा सौंपा था किसानों की आत्महत्या में नंबर वन, बेरोजगारी में नंबर वन। कौन सी चुनौती मेरे सामने नहीं थी। देश के इतिहास में डिफाल्टर का ही नहीं चालू खाता को भी कर्जा माफ किया। जितने उद्योग खुले नहीं उससे ज्यादा तो मप्र में पिछले 15 साल में बंद हो गए।
अब पाइए अपने शहर ( Burhanpur News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज