इसलिए बुरहानपुर की केले से पहचान
पूरे निमाड़ में 28 हजार हेक्टेयर में केला फसल उत्पादन होता है। अकेले बुरहानपुर में 22 हजार हेक्टेयर में केला फसल लगती है। यहां पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से दो लाख लोगों का केला फसल से रोजगार जुड़ा है। केला एक्सपोर्ट होता हैं तो और अधिक रोजगार बढ़ेगा। अभी 90 फीसदी केला उत्तर भारत में सप्लाय होता है।
विदेश में माल जाने पर 200 रुपए मिलते हैं ज्यादा
विभाग के मुताबिक यहां के केले के भाव 500 से 1200 तक मिल जाते हैं। लेकिन जो केला विदेश में जाता है उसके भाव 1300 से 1400 तक मिलते हैं। भाव अधिक मिलने पर किसान का रुझान और अधिक केला फसल को सुधारने में लगता है।
अफगानिस्तान जाना बंद हुआ केला
जुलाईमाह तक यहां का केला अफगानिस्तान तक जाता रहा। लेकिन वहां तालीबानी हमले के बाद जो हालात बिगड़े उससे बुरहानपुर के केला सप्लाय पर भी असर पड़ा और पूरी तरह अफगानिस्तान में केला सप्लाय बंद हो गया।
– पहले एक दो बार दुबई और इरान व अन्य देशों में केला गया था, लेकिन बाद में सप्लाय बंद हो या। पहले एक एक्सपोर्टर था, अब छह हो गए। इसलिए दो साल से केला सप्लाय विदेशों में लगातार हो रहा है। एक्सपोर्टरों से हम लगातार बात कर रहे हैं। यही कारण रहा कि इस साल सबसे अधिक केला विदेशों में सप्लाय हुआ। आगे केला एक्सपोर्ट जोन बनाने की भी तैयारी चल रही है।
– आरएनएस तोमर, उपसंचालक, उद्यानिकी विभाग बुरहानपुर