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उज्जवला योजना में सरकार के एक करोड़ रुपए अटके, रिफिल नहीं करा रहे कनेक्शनधारी, अब एजेंसी कर रही प्रोत्साहित

locationबुरहानपुरPublished: Dec 05, 2019 12:16:09 pm

Submitted by:

ranjeet pardeshi

– डिपोजिट सरकार ने जमा कर बाकी रुपए कनेक्शनधारी को इएमआईमें करना था जमा

Burhanpur doctor received National Award for promoting Hijama therapy

Burhanpur doctor received National Award for promoting Hijama therapy

बुरहानपुर. प्रधानमंत्री उज्जवला योजना में सरकार ने एजेंसियों के माध्यम से कनेक्शन तो बांट दिए, लेकिन अब कनेक्शनधारी रिफिल नहीं करा पा रहे हैं। इससे इएमआईनहीं कटने से सरकार के भी एक करोड़ रुपए के करीब अटक गए। अब एजेंसियों के माध्यम से लोगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है, ताकि इस योजना का सफल क्रियान्वयन हो सके और रिफिल करने से सरकार की रिकवरी भी।
उज्ज्वला योजना के तहत ग्राहक को एक गैस, एक सिलेंडर, रेग्यूलेटर, डायरी देती है, जिसकी कीमत उस समय 3200 रुपए थी, 1600 रुपए डिपोटिज सरकार की ओर से जमा किए गए, बाकी 1600 रुपए उपभोक्ताओं को इएमआई के रूप में देना थे, यह भी रिफिल कराते समय जो रुपए सब्सिडी के आते वह इएमआई में कट जाते, लेकिन हालात यह बने की ४० प्रतिशत ग्राहकों ने रिफिल ही नहीं कराए, इससे सरकार की रिकवरी नहीं हो सकी। एसे में एजेंसी भी पशोपेश में है कि रुपयों की रिकवरी नहीं हुईतो उन्हें अपनी जेब से न देना पड़े। हालांकि अभी सरकार की ओर से कोईआदेश नहीं है, फिलहाल लोगों में गैस का उपयोग हो इसके लिए प्रोत्साहित करने के लिए कहा है।
फिर ग्राहक के खाते में डलेगी सब्सिडी
एलपीजी सिलेंडर की रिफिल कराने पर जो सब्सिडी की रकम ग्राहक को मिलनी चाहिए, वो ना मिलकर पहले वह कंपनी के खाते में सीधी चली जाएगी। जब कनेक्शन की पूरी रकम चुका देंगे तो फिर ग्राह को सब्सिडी मिलने की शुरुआत हो जाएगी। अगर ग्राहक
रिफिल नहीं कराने के ये कारण आए सामने
उज्जवला में कईऐसे ग्राहक है, जो आर्थिक परेशानी के चलते ७५० रुपए में रिफिल नहीं करा पा रहे हैं।
वन क्षेत्र के आसपास रहने वाले लोगों को लकड़ी की उपलब्धता आसानी से होने से रिफिल कराने में रुचि नहीं
लोगों में गैस चलाने की आदत नहीं
सस्ती गैस के लिए यह निकाला रास्ता
उज्जवल योजना में ग्राहक 750 रुपए वाली गैस रिफिल नहीं कराने के कारण पांच किलो का सिलेंडर निकाल दिया, जिसकी कीमत २७५ रुपए के करीब है, लेकिन यह भी ग्राहक नहीं ले पा रहे हैं।
एजेंसी यह कर रही प्रयास
खकनार की श्री समृद्धि गैस एजेंसी ने सबसे अधिक उज्जवला के कनेक्शन बांटे हैं। संचालक राजेश रायलीवाला ने कहा कि 40 फीसदी लोग गैस रिफिल नहीं करा रहे हैं।इसके लिए अभियान शुरू किया है। जगह-जगह कैंप लगा रहे हैं। उन्हें पहले तो धुएं के नुकसान के बारे में बताया जा रहा है कि किस तरह धुआ सेहत के लिए हानिकारक है। गैस चलाने के लिए गांव-गांव प्रोतहित किया जा रहा है। सरकार की पहली मंशा यह है कि जिस उद्देश्य से कनेक्शन दिए वह पूरा हो सके। महिलाओं की सेहत पर असर न पड़े। उनमें गैस पर भोजन बनाने की आदत डलेगी तो वह अपने आप गैस रिफिल कारएंगे, इससे रिकवरी भी हो जाएगी।
यह है उज्जवला कनेक्शन की स्थिति
श्री समृद्धि भारत गैस 8000 कनेक्शन- 3 हजार नहीं कराते रिफिल
एचपी गैस 3700 कनेक्शन- 1700 के करीब नहीं कराते रिफिल
भारत गैस 3500 कनेक्शन, 2000 के करीब नहीं कराते रिफिल
ऋषभ गैस एजेंसी 4000 कनेक्शन, 1500 के करीब नहीं कराते रिफिल
आंकड़े लगभग में

ऐसे अटके रुपए
1600 रुपए किस्त के रूप में ग्राहकों को भरना थे, ऐसे ८ हजार से अधिक उपभोक्ता है, जिन्होंने कनेक्शन लेने के बाद रिफिल नहीं कराईतो सब्सिडी के रूप में किस्त भी जमा नहीं हो सकी। 1600 के हिसाब से 8 हजार उपभोक्ताओं के 1 करोड़ से अधिक की राशि बनती है।

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