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बुरहानपुर रेलवे स्टेशन पर विस्फोटक से भरा सूटकेस मिला !

locationबुरहानपुरPublished: Dec 17, 2017 07:52:13 pm

Submitted by:

ranjeet pardeshi

– स्टेशन को बनाया पुलिस छावनी, यात्रियों की तलाशी ली- पुलिस की मॉकड्रिल से मचा हड़कंप

Burhanpur railway station got explosive-filled suitcase

Burhanpur railway station got explosive-filled suitcase

बुरहानपुर. लालबाग थाने में सुबह 10 बजे एक अज्ञात फोन आया। फोन पर बताया कि रेलवे स्टेशन पर पुरुष यात्री प्रतीक्षालय में सूटकेस में विस्फोटक है, जल्द पुलिस भेजो। फोन आते ही पुलिस अमले में हड़कंप मच गया, पुलिस जवान व अधिकारी तुरंत रेलवे स्टेशन की ओर दौड़े। पुलिस ने टीम ने जांच शुरू की और प्रतीक्षालय में सूटकेस मिलने के बाद उसे सील कर दिया गया। पूरे स्टेशन को छावनी बनाकर तलाशी ली गई। पुलिस की कार्रवाई से लोगों में हड़कंप मच गया। बाद में पता चला पुलिस ने आपतकालीन स्थिति से निपटने के लिए मॉकड्रिल की है।
रविवार सुबह सीएसपी सुनील पाटीदार के नेतृत्व में पुलिस की मॉकड्रील हुई। इसके बारे में पुलिस कर्मचारियों व जिमेदार रेवले अधिकारियों को जानकारी दी गई थी। सुबह १० बजे लालबाग थाने को फेक कॉल आया। जिसके बाद अमला स्टेशन पहुंचा और जांच शुरू की। यात्रा प्रतिक्षालय में जांच कर संदिग्ध अवस्था में रखा सुटकेस मिला। इसकी मेटल डिटेक्टर और पुलिस श्वान से जांच कराई गई। इसमें विस्फोटक नहीं मिला। इसके बावजूद पुलिस ने सावधानी रखते हुए। सुटकेस को बाहर लेकर खूले मैदान में खोला।
यात्रियों से की पूछताछ, तलाशी भी ली
मॉकड्रिल में पुलिस के करीब 60 से ज्यादा जवान व अधिकारी शामिल हुए। चार मेटल डिटेक्टर से दोनों प्लेटफार्म पर संदिग्धों की जांच पड़ताल हुई। पुलिस ने यात्रियों से पूछताछ कर तलाशी ली। पुलिस श्वान से पूरे स्टेशन की तलाशी ली गई। बड़ी संया में पुलिस अमले को देखकर लोग भी घबरा गए। करीब पौन घंटे तक चली मॉक ड्रिल में आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए किए जाने वाले सारे प्रबंधन किए गए।

क्यों जरूरी है मॉकड्रिल
सीएसपी सुनील पाटीदार ने बताया कि मॉकड्रिल कराना इस लिए जरूरी है, ताकि हम पुलिस जवानों व अधिकारियों को ट्रेनिंग दे सके। आपत स्थिति में क्या काम किए जाना है, इसकी जानकारी उन्हें नहीं होती है। प्रेक्टिकल से जो अनुभव मिलता है, वह हमें समझाकर नहीं दे सकते। विस्फोटक मिलने की सूचना के बाद हमें क्या-क्या करना है, किस अधिकारी की क्या जिमेदारी है और हमें क्या सावधानी बरतना चाहिए। अब इस पर समीक्षा की जाएगी। आगे भी इस प्रकार से मॉकड्रिल कराकर अन्य अधिकारी-जवानों को भी प्रशिक्षित किया जाएगा।

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